रायगढ़। यूं तो बरसात में बालू का काम बंद रहता है परंतु अभी भी घरघोड़ा के बालू माफियाओ द्वारा तमनार क्षेत्र में अवैध बालू का खेल धड़ल्ले से चल रहा है यहां बिना नंबर गाडिय़ों से बालू का परिवहन किया जा रहा है घरघोड़ा से तमनार की ओर प्रत्येक दिन ट्रैक्टर वाहनों से बिना नंबर वाली गाडिय़ों पर बालू परिवहन किया जा रहा है। बिना रायल्टी के बालू का परिवहन होने के बावजूद जवाबदेह अधिकारी मौन है किसी पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है जबकि बालू माफिया बीच शहर से ही मुख्य मार्ग पर बालू का घरघोड़ा से तमनार मार्ग पर सुबह एवम शाम को परिवहन कर रहे हैं।
रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के इस काले धंधे में जवाबदेह अधिकारी जान कर भी अंजान बने हुए हैं या फिर सब सेटिंग का खेल हो रहा है अब देखना ये है कि कुंभकर्णी निद्रा में सोए हुए जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिमेदारी निभाएंगे या फिर आम नागरिकों को इस मामले में खड़ा होना पड़ेगा क्योंकि वही जिम्मेदार अधिकारी जब कोई ग्रामीण किसान को बालू लाते देख ले तो कान खड़े कर दौड़ पड़ते है कार्यवाही के लिए परन्तु माफियाओ की गाड़ी पर कार्यवाही करने में सांप सूंघ जाता है लगता है कि अधिकारियों को अपने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की भी आदेशों का कोई परवाह नहीं है जबकि कई बार सारोजनी मच से भू माफीयाओं के खिलाफ लगाम लगाने के लिए बोल चुके है इसके बावजूद भी अधिकारियो के कानो में आवाज नहीं जाती है और बात करे काइवाई की तों सालों भर में तमनार और घरघोड़ा में अबैध उतखन्न को लेकर राम भरोसे ही काइवाई की गई है जबकि प्रतिदिन अवैध उत्खनन खबरें मीडिया में प्रकाशित होती रहती है देखना लाजमी होगा कि जवाब देही अधिकारियों को अपने प्रदेश के मुखिया की बातो को कब सुनाई देगी।