पुसौर। विष्णुचरण गुप्ता शासकीय महाविद्यालय पुसौर,रायगढ़ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2023 के क्रियान्वयन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे आयोजक महाविद्यालय के अतिरिक्त जानकी कालेज रायगढ़, श्यामलाल मेमोरियल कॉलेज पुसौर एवं भागीरथ महाविद्यालय के प्राध्यापक शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुवात करते हुए मास्टर ट्रेर्न के रूप में उपस्थित महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री रमेश कुमार साहू जी का प्राचार्य प्रो.पतरस किंडो द्वारा पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया तत्पश्चात अपने स्वागत उद्बोधन में उन्होंने विभिन्न महाविद्यालय के प्राध्यापको का स्वागत करते हुए नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन में प्राध्यापको की भूमिका को अहम बताया और कहा की यह परिवर्तन भले ही आज कठिन लग रहा हो आगामी भविष्य में यह अवश्य ही देश की उन्नति में कारगर साबित होगा। कार्यक्रम की अगली कड़ी में महाविद्यालय के एनईपी संयोजक डॉ.सरोज कुमार ने बड़े सारगर्भित रूप में एनईपी को लाने के उद्देश्य बताते हुए कहा की एक वक्त था जब भारत सोने की चिडिय़ा कहलाता था उस समय हमारे पास तक्षशिला, विक्रमशिला एवं नालंदा जैसे विश्वविद्यालय थे जहां लोग देश विदेश से अध्ययन करने आते थे आज हमारी शिक्षा पद्धति का केंद्र रोजगार हो गया है एक विधार्थी ज्ञान अर्जित करने की मानसिकता की बजाय रोजगार माने की लालसा से अध्ययन करता है विद्यार्थियो में रचनात्मकता शून्य होती नजर आ रही है जो किसी भी राष्ट्र की शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर सकती है ऐसे में नई शिक्षा नीति का आना मिल का पत्थर साबित होगा भले ही प्रारंभ में यह कठिन लग रहा हो पर निश्चित ही राष्ट्र विकास में यह साकारात्मक कदम साबित होगा। इनके पश्चात् मास्टर ट्रेनर प्रो. रमेश कुमार साहू जी द्वारा प्रशिक्षण प्रारम्भ करते हुए सबका ध्यान इस ओर केंद्रित किया की नवीन शिक्षा नीति की आवश्यकता क्यों पड़ी? नई शिक्षा नीति शोध तकनीक एवं मूल्य आधारित शिक्षा पर जोर देती है उन्होंने कहा यह इसकी सबसे खास बात है की विद्यार्थी विभिन्न विषयों का अध्यन एक साथ कर सकता है जो उसके चहुंमुखी विकास मे सहायक होगा। तत्पश्चात उन्होंने स्नातक स्तर पर हृश्वक्क के तहत हुए परिवर्तनों का विस्तार पूर्वक व्याख्यान देते हुए उपस्थित सभी प्राध्यापको के शंकाओं का समाधान भी किया।उनके प्रशिक्षण के पश्चात् सभी महाविद्यालय के प्राचार्यो ने अपना फीडबैक दिया जिसमे जानकी कालेज के प्राचार्य श्री गजेन्द्र चक्रधारी ने कहा की प्रशिक्षण बहुत उन्दा रहा अगर रेटिंग देना होता तो मैं पांच स्टार देता वही श्यामलाल मेमोरियल कॉलेज के प्राचार्य उपेन्द्र भोय ने महाविद्यालय का धन्यवाद दिया और कहा यह कार्यक्रम सफल रहा इसके माध्यम से हमे 90 प्रतिशत से अधिक एनईपी के संबंध में जानकारी प्राप्त हुईं। इनके पश्चात् भागीरथ महाविद्यालय की प्राध्यापक श्रीमती आरती सिंह ने भी महाविद्यालय का आभार व्यक्त किया। महाविद्यालय के हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष श्री श्रीबच्छ भोय द्वारा सबका आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के आयोजन में एनईपी संयोजक डॉ. सरोज कुमार सहा.प्रा.रसायन एवं श्री विजय कुमार कांटे सहा.प्रा.जंतु विज्ञान की सफल भूमिका रही।इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापको की उपस्थिति रही।
शोध एवं तकनीक को प्रोत्साहन देता है एनईपी : रमेश कुमार

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lochan Gupta
