सरगुजा। छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एसीबी ने शुक्रवार को घूस लेते उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे और उनके कार्यालय के 3 अन्य कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने विचाराधीन मामले में फैसला सुनाने के लिए प्रार्थी से 50 हजार रुपए मांगे थे। प्रार्थी का मामला एसडीएम कोर्ट में चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक, उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे की कोर्ट में ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा का जमीन विवाद से जुड़ा मामला विचाराधीन है। कन्हाई राम की जजगा स्थित तीन भूमि रकबा क्रमांक 0.251, 0.635 और 0.243 हेक्टेयर भूमि उसके एवं परिवार के सदस्यों के नाम पर अंकित है।
उसके बड़े पिता ने जमीन केवल अपने नाम दर्ज कराने के लिए तहसील में आवेदन दिया था। तत्कालीन तहसीलदार उदयपुर ने प्रकरण में कन्हाई राम के बड़े पिता सहित अन्य के नाम पर राजस्व रिकार्ड दुरुस्त करने का आदेश 21 सितंबर 2022 को दिया था। इस पर कन्हाई राम के बड़े पिता ने एसडीएम कोर्ट में अपील कर दी। आरोप है कि मामले में एसडीएम बीआर खांडे ने कन्हाई राम से उसके पक्ष में फैसला देने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। इस पर कन्हाई राम ने इसकी शिकायत एसीबी से कर दी। एसीबी ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच की और पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को ट्रैप का आयोजन किया गया। अंबिकापुर एसीबी के डीएसपी प्रमोद कुमार खेस के नेतृत्व में टीम उदयपुर भेजी गई। वहां शुक्रवार शाम करीब 6 बजे कन्हाई राम बंजारा कैमिकल लगे नोट लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचा। आरोप है कि एसडीएम ने रिश्वत की रकम क्लर्क धरमपाल को लेने के लिए कहा। धरमपाल ने रुपए लेकर चपरासी अबीर राम को दे दिया। बाद में एसडीएम के निर्देश पर रकम गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दी गई। इस दौरान एसीबी की टीम ने छापा मारा और एसडीएम सहित सभी आरोपियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
50 डिसमिल जमीन भी लेना चाहता था एसडीएम
एसडीएम भागीरथी खांडे ने 50 हजार की रिश्वत लेने के साथ ही कन्हाई और उसके परिजनों की जमीन पर कब्जे का प्रयास किया। आरोप है कि एसडीएम ने जजगा में 50 डिसमिल जमीन की बिक्री के लिए पावर ऑफ अटर्नी परिचित दो महिलाओं के नाम करा ली थी। जिससे भविष्य में वह जमीन अपने नाम पर करा सके।
घूस लेते उदयपुर एसडीएम गिरफ्तार
3 कर्मचारी भी एसीबी के हत्थे चढ़े, भूमि विवाद में फैसला सुनाने के लिए मांगे थे 50 हजार



