बरमकेला। स्वस्थ्य शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है। खेल हमारे जीवन का आवश्यक हिस्सा है। स्वस्थ शरीर और दिमाग को विकसित करने के लिए खेल महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खेल कई प्रकार के हो सकते हैं,जो हमारे शारीरिक के साथ मानसिक विकास में मदद करते हैं। लगातार पढ़ाई के दौरान कई बार बच्चों में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में खेल इस तनाव को दूर करने का बेहतर माध्यम है। जिस तरह दिमाग का सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण हैं। शिक्षा के माध्यम से हम टीम भावना नहीं उतना बेहतर नहीं कर सकते लेकिन खेल से यह संभव है। खेल से शरीर फिट होता है। इससे टीमवर्क और लीडरशिप की भावना बढ़ती है।खेल से तनाव का स्तर कम होता है और लेखन-पढ़ाई बेहतर होती है खेल के माध्यम से नीरस जीवन में ऊर्जा का संचार होता है। इसी थीम को फलीभूत करने के लिये विकासखण्ड बरमकेला के विभिन्न संकुलों में समर केम्प में सुरीली कुर्सी, रस्सी दौंड, भौंरा, लूडो, कैरम, फुगड़ी सहित कई प्रकार के पारम्परिक स्थानीय खेलों का आयोजन किया गया। टीम भावना से ओतप्रोत बच्चों ने खेल में बेहतर प्रदर्शन किया।
सभी विजेताओं को प्रोत्साहित करते हुए उचित पुरस्कार भी दिए गए। संकुलों से प्राप्त फीडबैक अनुसार इस तरह के खेलों को शैक्षणिक वार्षिक कलेंडर में स्थान दिया जाकर बच्चों के मानसिक तनाव को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। विभिन्न संकुलों में खेलकूद के पूर्व पुस्तक वाचन का कार्यक्रम भी हुआ जिसमें बच्चों ने धराप्रवाह पठन करते हुए पुस्तक वाचन कार्यकम को सफल बनाया।
समर केम्प में कुर्सी, रस्सी, भौंरा, लूडो, पुस्तक वाचन का आयोजन
