बेमेतर। जिले में शनिवार को एक बारूद फैक्ट्री में बड़ा धमाका हुआ। इसका सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है जिसमें गुबार कई मीटर ऊपर तक दिख रहा है। रात को अंधेरा होने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया है। 9-10 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
वहीं कई महिलाएं भी रात में अपनों की तलाश में पहुंची जो फैक्ट्री के बाहर धरने पर बैठ गई हैं। घटना बेरला ब्लॉक के ग्राम बोरसी स्थित स्पेशल ब्लास्ट लिमिटेड बारूद फैक्ट्री की है। सुबह करीब 8 बजे ब्लास्ट हुआ। ब्लास्ट से आसपास की बिल्डिंग तक हिल गई। जहां ब्लास्ट हुआ वहां 15-20 फीट का गड्ढा हो गया।
इसके बाद आसपास काम कर रहे मजदूरों को तुरंत निकाला गया। इनमें से 7 घायलों को रायपुर लाया गया था जिसमें से एक ने दम तोड़ दिया है। वहीं दिन में मलबे को हटाने का काम किया गया। इस दौरान कई बॉडी पार्ट्स भी दिखे।
3 सेटअप के आसपास एक्सप्लोसिव लिक्विड भरे 4 टैंक थे। इसमें से एक टंकी ब्लास्ट में जमींदोज हो गई है। नष्ट हुई टंकी से लिक्विड ब्लास्ट हो रहा है जिसे ठंडा करने की कोशिश लगातार जारी है। बाकी 2 सेटअप और आसपास की 3 टंकियां अभी सुरक्षित है। यहां काम कर रहे मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है। लेकिन जिस सेटअप में ब्लास्ट हुआ वहां मलबे में दबे मजदूरों का रेस्क्यू किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि, करीब 7.45 बजे किसी मशीन में आग लगी जिसके बाद यह ब्लास्ट हुआ। यहां 8-10 मजदूर मौके पर थे। फैक्ट्री में 800 से ज्यादा लोग काम करते हैं।
रायपुर रेफर किए गए 5 मजदूर डिस्चार्ज
विस्फोट के बाद सुबह 7 घायल मजदूरों को रायपुर लाया गया था। इसमें से एक की सुबह मौत हो गई वहीं घायल 6 मजदूरों में से 5 मजदूरों को अब डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं 26 साल के 1 मजदूर मनोहर यादव का इलाज जारी है। अंबेडकर अस्पताल की पीआरओ शुभ्रा सिंह ने जानकारी दी।
घटना स्थल पर पहुंचे डिप्टी सीएम साव
उपमुख्यमंत्री अरुण साव बेमेतरा के ग्राम बोरसी में स्थित घटना स्थल पर पहुंचे और मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि बचाव कार्य के लिए आस-पास के जिलों से भी टीमें बुलाई गई है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां यह बताना लाजिमी हो कि डिप्टी सीएम साव बेमेतरा जिले के प्रभारी मंत्री हैं।
मलबा हटने के बाद स्थिति होगी साफ- कलेक्टर
बेमेतरा जिले के कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि, 6 लोग घायल हुए थे उनका इलाज चल रहा है। जितने कर्मचारी काम कर रहे थे उनको निकालने का काम पूरा हो गया है। जो ग्रामीण प्रदर्शन कर रहे थे उन्हें भी समाझाइश दी गई है। प्रशासन की टीम के साथ मेडिकल टीम भी मौजूद है। अभी मलबा हटने के बाद बाकी स्थिति 3-4 घंटे में पूरी स्थिति साफ हो पाएगी।
हादसे के बाद ग्रामीणों में गुस्सा
हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। बताया जा रहा है कि यहां आए दिन ब्लास्ट होते हैं, जिससे ग्रामीण दहशत में जीते हैं। कई घरों में दरारें पड़ गई हैं। आज यहां बड़ा हादसा हो गया।