रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में रायपुर के स्पेशल कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। 14 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद ईडी ने रिटायर्ड आईएएस टुटेजा को पेश किया। कोर्ट ने सुनवाई के बाद फिर टुटेजा की न्यायिक रिमांड 14 दिन बढ़ा दी है। वे 3 जून तक जेल में रहेंगे। वहीं महादेव ऐप मामले में जेल में बंद अमित अग्रवाल की जमानत याचिका पर भी सोमवार को फैसला होना है। 7 मई को अमित अग्रवाल की जमानत याचिका पर बहस हुई थी और सोमवार तक फैसला सुरक्षित रखा गया है। शराब घोटाले मामले में ईडी को पूछताछ के दौरान बहुत सारे सबूत मिले है। इसके साथ ही टुटेजा से पूछताछ के दौरान बहुत सारे लोगों के नाम सामने भी आए हैं। जिन्हें ईडी समंस जारी कर पूछताछ के लिए अपने दफ्तर बुला रही है। ईडी की टीम को टुटेजा के पास से डिजिटल डिवाइस मिले हैं। डाटा को एस्ट्रेक्ट कर एनालिसिस किया जा रहा है। जल्द ही इस मामले में ईडी अन्य लोगो की भी गिरफ्तारी कर सकती है।
छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ को हुए शराब घोटाले मामले में ईडी ने अनिल टुटेजा शराब घोटाले मामले का आर्किटेक्ट ऑफ लिकर स्कैम बताया है। श्वष्ठ का आरोप है कि शराब घोटाले में अनवर ढेबर ने सिंडिकेट बनाया और उस सिंडिकेट को सबसे ज्यादा पावर अनिल टुटेजा से मिलती थी, जो कंट्रोलर की भूमिका में थे।
पहले सुप्रीम कोर्ट से मिली थी राहत
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला केस में 8 अप्रैल को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की ईएसआईआर को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। इसके साथ ही अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश समेत 6 आरोपियों को राहत मिली थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के 2 दिन बाद ही इस केस में एसीबी ईओडब्ल्यू की एफआईआर को अधार बनाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने नई एफआईआर दर्ज की थी। जिसके बाद लगातार प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाले मामले में नए सिरे से अपनी जांच कर रहा है।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला : अनिल टुटेजा की न्यायिक रिमांड बढ़ी
3 जून तक जेल में रहेंगे
