रायगढ़। विगत सप्ताहभर से मौसम का मिजाज बदला हुआ है, जिससे कभी धूप तो कभी बादल होने के कारण तापमान में तो कुछ खास गिरावट नहीं आ रही है, लेकिन उमस काफी बढ़ गया है। जिसका असर लोगों के सेहत पर भी दिखाई देने लगा है।
उल्लेखनीय है कि जहां पूर्व में रायगढ़ जिले का तापमान 43 डिग्री पहुंच गया था, उसके बाद एकाएक आसमान में कभी बादल तो कभी धूप का खेल विगत सप्ताहभर से चल रहा है। जिसके चलते अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट तो आई है, लेकिन उमस अधिक होने के कारण पहले से ज्यादा परेशानी बढ़ गई है। ऐसे में अब तो स्थिति ऐसी बन गई है, कि न तो घर के अंदर ही चैन मिल रहा है और न ही बाहर में, ऐसे में अब शाम होते ही लोग घरों से निकल कर गार्डन पहुंचने लगे हैं, जहां एक-दो घंटा समय बीताने के बाद वापस कूलर पंखे का उपयोग करते नजर आ रहे हैं, लेकिन उमस अधिक होने के कारण यहां भी कुछ खास राहत नहीं मिल रही है। ऐसे में मौसम विशेष का कहना है कि एक द्रोणिका उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश से गंगेटिक पश्चिम बंगाल और सिक्किम तक 0.9 किमी ऊंचाई तक बना हुआ है। साथ ही दूसरा द्रोणिका दक्षिण छत्तीसगढ़ से अंदरूनी कर्नाटक तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर विस्तारित है। जिसके चलते रविवार को एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकता है। साथ ही कुछ स्थानों पर अंधड़ के साथ वज्रपात हो सकती है।
अधिकतम तापमान में होगी वृद्धि
इस संबंध में मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि धूप-छांव होने के बावजूद फिलहाल गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। वहीं रविवार से अधिकतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है। ऐसे में अभी माई माहभर गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। ऐसे में अब लोगों को सेहत को ध्यान में रखते हुए धूप से व अंधड़ से बचने की जरूरत है।
सर्द-गर्म के चपेट में आ रहे लोग
गौरतलब हो कि विगत कुछ दिनों से मौसम इस कदर बिगड़ा हुआ है कि न तो सही तरीके से धूप हो रहा है और न ही बारिश हो रही है, जिसके चलते मौसम में उमस काफी बढ़ गया है। जिससे लोग घर पहुंचते ही ठंडा पानी का उपयोग कर ले रहे हैं। ऐसे में सर्द-गर्म होने से सर्दी-बुखार से ज्यादा लोग पीडि़त होकर अस्पताल पहुंच रहे हेैं। ऐसे में विशेषज्ञों द्वारा लगातार सलाह दी जा रही है कि अधिक ठंडा पानी का उपयोग करने से बचे, जब शरीर पूरी तरह से नार्मल हो जाए, तभी ठंडा पानी का सेवन करें, साथ ही बुखार की शिकायत होते ही तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करांए, ताकि समय रहते उपचार हो सके।
धूप-छांव के बीच उमस से लोग हो रहे बेहाल
