धरमजयगढ़। जिले के छाल वन परिक्षेत्र में भालू के हमले से फॉरेस्ट गार्ड की बुजुर्ग मां मौत हो गई। गांव की महिलाओं के साथ वो तेंदूपत्ता तोडऩे जंगल गई थी। इस दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया। इस मामले में वन विभाग द्वारा आवश्यक विभागीय कार्यवाही शुरु कर दी गई है। क्षेत्र में हाथियों के बाद अब भालू से जनहानि का मामला सामने आने से स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना हुआ है। इधर, वन विभाग द्वारा प्रभावित इलाकों में सुरक्षा को लेकर विभागीय स्तर पर कवायद जारी है। बताया जा रहा है कि, इंद्रोमोती धरमजयगढ़ वन मंडल में पदस्थ फॉरेस्ट गार्ड श्याम अगरिया की मां है।
इस संबंध में मिली जानकारी अनुसार छाल वन परिक्षेत्र अंतर्गत बोजिया परिसर के कक्ष क्रमांक 505 पीएफ में यह घटना हुई है। विभागीय अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की सुबह करीब 8 बजे बोजिया निवासी 70 वर्षीय महिला इंदरमोती तेंदू पत्ता तोडऩे के लिए जंगल की ओर गई थी। पत्ता संग्रहण के दौरान वहां मौजूद भालू के घातक हमले में ग्रामीण महिला की मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस एवं वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आगे की आवश्यक कार्यवाही में जुट गई है। बता दें कि तेंदू पत्ता सीजन शुरू होने के बाद क्षेत्र में जंगली जानवर के हमले से जनहानि का यह दूसरा मामला है। इससे पूर्व छाल रेंज अंतर्गत भलमुड़ी इलाके में तेंदू पत्ता बांधने की रस्सी लेने जंगल गए व्यक्ति की हाथी के हमले से मौत हो गई थी।
हाथी के बाद भालू का दहशत
धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की मौजूदगी साल भर रहती है। जिस कारण हाथी प्रभावित क्षेत्रों में लोगों में गजराज दल का भय रहता है। अब भालू के हमले का डर लोगों में सताने लगा है। तेंदूपत्ता के सीजन आते ही इस तरह की घटनाएं हर साल सामने आती है।
हो सकते हैं शावक भी
इस मामले में धरमजयगढ़ डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि, हो सकता है वह मादा भालू होगी। उसके साथ शावक होंगे। जिस कारण उसने हमला कर दिया। हाथी की मौजूदगी को देखते हुए गांव में मुनादी कराई जाती है, ताकि जनहानि न हो। अब भालू को लेकर भी सभी को अलर्ट रहने कहा गया है।
वनअमले को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश
धरमजयगढ़ वनमंडल के छाल परिक्षेत्र अंर्तगत हाथी प्रभावित क्षेत्र एवं अन्य वन्य प्राणी होने एवंं जंगल में प्रतिदिन हाथियों के विचरण होने के कारण कर्मचारियों एवं हाथी मित्र दल द्वारा प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सम्पूर्ण वनमंडल में हाथी, भालू एवं अन्य वन्यप्राणी विचरण क्षेत्रों में तेन्दूपत्ता तोड़ाई या अन्य किसी भी कार्य के प्रयोजन लिये प्रतिबंधित किया गया है तथा समूचे छाल क्षेत्र के वन अमले को हाई अलर्ट पर रहने हेतु निर्देशित किया गया है।
भालू के हमले से फॉरेस्ट गार्ड की मां की मौत,तेंदूपत्ता तोडऩे गई थी
