रायगढ़। स्कूलों से छुट्टी होते ही बच्चे समर कैंप का इंतजार करने लगते हैं साल भर में सबसे प्यारा दिन समर कैंप ही होता है जहां बच्चे बिना किसी पाठ्यक्रम के दबाव के स्वतंत्र रूप से सीखते हैं बच्चों में विभिन्न प्रकार के कौशलों जैसे शारीरिक, मानसिक, शैक्षणिक, सामाजिक, सहयोगात्मक, रचनात्मक, संस्कृति एवं नेतृत्व आदि जैसे गुणों का विकास होता है। बच्चे समूह में मिलकर काम करते हैं एवं टीमवर्क के महत्व को समझते हैं। छुट्टियां लगते ही इस वर्ष भी शासकीय माध्यमिक विद्यालय धनागर में 10 दिवसीय समर कैंप कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें बच्चों को सीखने का बेहतर माहौल दिया गया। प्रतिदिन अलग-अलग कौशलों का विकास किया गया। इस समर कैंप में विभिन्न प्रकार के रोचक जानकारियां भारत की संस्कृति, सभ्यता, रीति रिवाज, परंपरा आदि पर विचार विमर्श एवं साझा किया गया। इसी तरह रचनात्मक कौशलों के अंतर्गत चित्रकला, संगीत, नृत्य, ओरिगामी, पेपर क्राफ्ट वर्क, कहानी कविता लेखन पठन बहुत सारी गतिविधियां शामिल किया गया। माता-पिता अपने बच्चों के समग्र विकास के लिए ग्रीष्मकालीन शिविर के महत्व को समझते हुए अधिक से अधिक बच्चों को भेजने के लिए उत्साहित हुए। अंत में इस दिलचस्प शिविर में सभी बच्चे शिक्षक शिक्षिकाएं एवं पालक द्वारा मिलकर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन किया। सभी ने अपने दिलचस्प अनुभव साझा किया। एवं बच्चे इस शिविर में प्राप्त किए अपने महत्वपूर्ण कौशल एवं अनुभव को अपने साथ घर लेकर गए।इस तरह एक छोटा सा प्रयास शाला की ओर से किया गया जिसका सभी से सराहनीय प्राप्त हुआ।
मा. विद्या. धनागर में संपन्न हुआ समर कैंप

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lochan Gupta
