रायगढ़। एक युवक ने पहले पड़ोसी युवक से मारपीट किया फिर बीती रात शराब पीने के लिए रुपए की मांग किया, ऐसे में रुपए नहीं देने से नाराज होकर टांगी से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया है। वहीं घटना की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को हत्या के प्रयास मामले में गिरफ्तार कर लिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार तमनार थाना क्षेत्र के ग्राम जांजगीर निवासी प्रिया सिदार ने थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि 12 अप्रैल को दोपहर में उसके भाई शनि सिदार व पड़ोसी युवक सुरेश सिदार के बीच किसी बात लेकर विवाद हो गया था। ऐसे में रात करीब 8.30 बजे सुरेश सिदार उसके घर आया और भाई शनि सिदार से शराब पीने के लिए पैसे मांगने लगा। जिससे शनि सिदार पैसे देने से इंकार किया तो सुरेश सिदार ने गाली गलौच करते हुये अपने घर गया और टांगी लेकर आया और शनि सिदार के पीठ पर हमला कर दिया। इस बीच घर के अन्य सदस्य मौके पर पहुंच कर बीच-बचाव किया, लेकिन टांगी से हमला करने से शनि गंभीर रूप से घायल हो गया था। ऐसे में घटना की सूचना डॉयल 112 को दिया गया, जिससे पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध धारा 294,506,323,327 भादवि के तहत अपराध कर घायल शनि सिदार को तमनार अस्पताल ले गए, जहां प्रारंभिक उपचार बाद डाक्टरों ने रायगढ़ रेफर कर दिया।
वहीं पुलिस ने मुलाहिजा रिपोर्ट के आधार पर धारा 307 भादवि विस्तारित कर तत्काल आरोपी सुरेश सिदार पिता स्व. सुदर्शन सिदार 27 साल निवासी ग्राम जांजगीर फिटिंगपारा को हिरासत में लिया गया। साथ ही घटना में प्रयुक्त टांगी और घटना समय पहने कपड़े वगैरह जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है।
जिले में करोड़ों का धान घोटाला होने की आशंका!जीरो शॉर्टेज कराने में जुटे विभाग
रायगढ़। हैरानी की बात है कि धान खरीदी के दौरान बोगस खरीदी और फर्जी लोन के मामले सामने आए लेकिन प्रशासन चुप रहा। खरीदी पूरी होने के बाद भौतिक सत्यापन कराया गया लेकिन अफसर सब कुछ छिपा गए। अब उठाव के आखिरी दिनों में राजपुर समेत दर्जन भर समितियों में शॉर्टेज आ चुका है। इसकी भरपाई कराने के लिए अब अधिकारी मिलरों के डीओ बिकवा रहे हैं। रायगढ़ जिले में इस साल 53.91 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है। इसमें से 50 हजार क्विंटल से अधिक धान अब भी केंद्रों में पड़ा दिखाई दे रहा है। अभी किसी भी केंद्र में धान नहीं है लेकिन उठाव हो रहा है। बोगस खरीदी के कारण दर्जन भर समितियों में भारी मात्रा में धान रिकॉर्ड में बचा हुआ है। अब इस बोगस खरीदी की जानकारी को छिपाकर भरपाई कराने का काम अधिकारी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के रायगढ़ प्रवास के पूर्व ही सभी केंद्रों को जीरो शॉर्टेज करने की तैयारी है। चाहे किसी भी तरह हो, समिति में धान की भरपाई कराई जानी है। जिन मिलरों के डीओ काटे जा चुके हैं, उनकी डील समिति प्रबंधकों से कराई जा रही है। हैरानी की बात है कि खरीदी के तुरंत बाद कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने उपार्जन केंद्रों का सत्यापन करने का आदेश दिया था। खाद्य विभाग के मार्गदर्शन में टीम भी बनी, लेकिन कैसा भौतिक सत्यापन हुआ किसी को नहीं पता। बोगस खरीदी का पता उसी समय चल गया था, लेकिन इसकी रिपोर्टिंग कलेक्टर को नहीं की गई। करीब 15 करोड़ के घोटाले को छिपाया गया।
आपसी विवाद में युवक पर टांगी से हमला
हत्या के प्रयास मामले में आरोपी गिरफ्तार
