रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में जमानत पर चल रहे कारोबारी अनवर ढेबर को एसीबी ने फिर गिरफ्तार कर लिया है। उनको करीब 8 महीने पहले उन्हें जमानत मिली थी।
दरअसल, 2161 करोड़ के शराब स्कैम मामले में प्रवर्तन निदेशालय के प्रतिवेदन पर एसीबी ने 70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें अनवर ढेबर और अरविंद सिंह का भी नाम शामिल है। इसे लेकर ईडी ने पिछले साल 6 मई को अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया था।्र
अनवर ढेबर की गिरफ्तारी के बाद रायपुर के महापौर और उनके भाई एजाज ढेबर उनसे मिलने पहुंचे। वे करीब साढ़े 8 बजे अपने भतीजे शोएब ढेबर के साथ ईओडब्ल्यू ऑफिस पहुंचे और करीब आधे घंटे रहे। इसके बाद अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए। बताया जा रहा है कि अंग्रेजी शराब खरीदने के लिए नए लाइसेंस बनाया गया था। यह लाइसेंस अरविंद सिंह के भतीजे अभिषेक सिंह के नाम भी था। अरविंद सिंह की पत्नी पिंकी सिंह अदिप अम्पायर की प्रोपराइटर है। अदिप अम्पायर का काम शराब की बोतलें सप्लाई करने का था। आरोप है कि ये सभी शराब घोटाले में सहयोगी रहे थे। ईडी की ओर से एसीबी में जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें अरविंद सिंह की पत्नी पिंकी सिंह का भी नाम शामिल है।
ढेबर परिवार के लिए आज बुरा दिन
रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के परिवार के लिए आज का दिन बुरा साबित हो रहा है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने एनसीपी नेता रामावतार जग्गी मर्डर केस के 27 दोषियों की अपील खारिज कर दी। सभी की आजीवन कारावास की सजा को बरकरार रखा है। इनमें मेयर के भाई याहया ढेबर भी शामिल हैं। वहीं अब दूसरे भाई अनवर ढेबर को फिर गिरफ्तार कर लिया गया है।
शराब घोटाला मामले में अनवर ढेबर फिर गिरफ्तार
8 महीने पहले मिली थी जमानत
