रायगढ़। हमीरपुर-पालीघाट मार्ग में बने घाट व अंधा मोड़ में हर दिन भारी वाहन अनियंत्रित होकर पलट रही है। ऐसे में बीती रात भी एक कोयला लोड ट्रेलर मोड़ में अनियंत्रित होकर पलट गई, हालांकि इस हादसे में चालक व परिचालक बाल-बाल बच गए है, लेकिन वाहन क्षतिग्रस्त हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि चक्रधर नगर मार्ग से होकर तमनार को जोडऩे वाली हमीरपुर-पालीघाट मार्ग में बने घाट व अंधा मोड़ हादसों का सबब बन चुका है। इस मार्ग में आए दिन सडक़ हादसे खतरनाक मोड़ के चलते हो रहा है, जिससे वाहन तो क्षतिग्रस्त हो ही रहा है साथ ही उसमें लोड कोयला व आयरन ओर भी नुकसान हो रहा है। साथ ही कई बार चालक-परिचालक भी गंभीर रूप से जख्मी हो जाते है। इस संबंध में वाहन चालकों की मानें तो जिले के लगभग सभी मार्गों की हालत बेहद खराब है, साथ ही रायगढ़-घरघोड़ा मार्ग भी बन रहा है, जिससे घरघोड़ा की ओर से आने वाली वाहनों को पूंजीपथरा के आगे से ही तमनार रोड में मोड़ दिया जाता है, जो तमनार से हमीरपुर होते हुए रायगढ़ आ रही है। ऐसे में इस मार्ग में दिन-रात भारी वाहनों की रेलम-पेल लगी रहती है। साथ ही इस मार्ग से जाने में समय भी ज्यादा लगता है,लेकिन सडक़ अच्छी होने के कारण पता नहीं चलता, जिसके चलते इस मार्ग का उपयोग ज्यादा हो रहा है। साथ ही यह मार्ग जंगल से होकर गुजरने के कारण इसमें कई जगह खतरनाक घाट के साथ अंधा मोड़ भी बना हुआ है, जिसके चलते तेज गति से आ रही भारी वाहन जब मोड़ पर पहुंचती है तो चालक वाहन से नियंत्रण खो देते हैं, जिसके चलते वाहन अनियंत्रित होकर सडक़ से उतरकर सडक़ किनारे लगे पेड़ से टकराकर कई बार पलट जाती है। जिससे कई बार जाम की भी स्थिति निर्मित होती है। वहीं बुधवार की रात करीब दो बजे ट्रेलर क्रमांक सीजी-13 एलए-9275 का चालक कोयला लेकर तमनार जेपीएल जा रहा था, इस दौरान उसकी गाड़ी गति तेज होने के कारण जब हमीरपुर-पालीघाट सेल्फी प्वाइंट के पहले पहुंचा तो वह गाड़ी को मोड़ नहीं पाया, जिससे ट्रेलर अनियंत्रित होकर सडक़ से उतरते हुए पेंड़ से टकरा गई, जिससे उसका ट्राला पलट गया और उसके आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि गनिमत यह थी कि चालक व परिचालक को सिर्फ खरोच ही आई थी, जिससे वह बाल-बाल बच गए।
इस संबंध में वाहन के चालक ने बताया कि ट्राला के पलट जाने से उसमें लोड सारा कोयला गिर गया था, जिससे गुरुवार को सुबह में ट्राला को उठाया गया, साथ ही क्षतिग्रस्त इंजन का मौके पर ही सुधार कर फिर से श्रमिकों की मदद से कोयला को लोड कर गुरुवार देर शाम गंतब्य के लिए रवाना हुए। ट्रेलर के चालक ने बताया कि इस मार्ग में बने अंधा मोड़ में जब वाहन पहुंची तो अचानक सामने से एक ट्रेलर आ गया, जिसे बचाने के चक्कर में गाड़ी को मोड़े तो वह सीधे सडक़ से उतर कर पेड़ से टकरा गई, जिससे सामने का कांच टूटा कर उसके ऊपर ही गिर गया, ऐसे में अपने नजदीक से मौत देख एक बार के लिए तो सहम गए थे, लेकिन कुछ ही देर बाद खुद को संभालते हुए वाहन से नीचे उतरे तब जाकर राहत की सांस मिली।
बेलगाम गति के चलते हो रहे हादसे
उल्लेखनीय है कि हमीरपुर मार्ग में दर्जनों ब्लैक स्पाट है, इसके बाद भी इस मार्ग से गुजरने वाले भारी वाहन अत्यधिक तेज गति से निकलती है। जिसके चलते मोड़ में जैसे ही गाड़ी पहुंचती है तो मुड़ नहीं पाती और अनियंत्रित होकर पलट जाती है। साथ ही कई बार इन वाहनों के चपेट में बाइक चालक व सायकल चालक भी आ जाते हैं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो जाती है। ऐसे में इन खतरनाक मोड़ में कोई दिशा सुचक बोर्ड भी नहीं होने के कारण चालक एक रफ्तार से गाड़ी को दौड़ाते रहते हैं।
हमीरपुर-पालीघाट अंधा मोड़ में फिर पलटा ट्रेलर
चालक व परिचालक बाल-बाल बचे
