रायगढ़। अन्तराष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ के पंडित प्रवीण कुमार दाश महानदी तट ओडि़शा से घिरा छत्तीसगढ़ ग्राम सांकरा जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ छत्तीसगढ़ के निवासी हैं जो भारत के सभी ब्राह्मण संघ महासंघ को एक करने के लिए छत्तीसगढ़ कौशल्या माता के धरती से भारत मे प्रथम प्रयास शुरुआत छत्तीसगढ़ राज्य के सभी संघ महासंघ को एक मंच में लाने पर कार्य की शुरुआत विगत 12फरवरी 2024 को ब्रह्म ज्ञानाती ब्रह्मण: कम्युनिटी वटशॉप समूह तथा अनेक न्यूज़ माध्यम से 21फरवरी को 9 दिनों के समय में ब्राह्मण ब्राह्मण समूहों को जुडऩे का आग्रह आह्वान किया था, जिसमें 1869 ब्राह्मणों के साथ 32 समूह पंजीकृत ,अपंजीकृत 15 संघ महासंघ समूह शामिल हुए। उन्होंने बताया कि जिसमें कुछ ब्राह्मण अनेक संघों व महासंघों के आव्हान से व्यक्तिगत रूप से 9 दिनों में लिंक से जुड़े 1980 ब्राह्मणों को देखें तो एक भी ब्राह्मण संघो या समूह नही छूटे होंगे भले ही एक सदस्य संघ का होगा छत्तीसगढ़ के सभी संघ महासंघ के होने का अनुमान लगाया गया।25 फरवरी 2024 को बिंदु एक जिसमें 9584111445 मोबाइल नंबर पर जारी कर उसमे मत देने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि भारत के सभी संघ एकता के लिए छत्तीसगढ़ के सभी ब्राह्मण संघ एक होना चाहिए या नहीं ,जिससे उनकी इच्छा जाना जा सके।सभी ब्राह्मण संघ छत्तीसगढ़ एक होंगे पर जो असहमत हैं। वे अपना मत स्पष्ट करें वहीं 25 फरवरी 2024 तक जो ब्राह्मण इस समूह से जुड़े नहीं हैं। वह भी असहमत तो उक्त मोबाइल नंबर से असहमत को मैसेज करें।समूह उपस्थित ब्राह्मण को सहमत हेतु मेसेज की आवश्यकता नहीं , स्वयमेव सहमत माना जायेगा, आप असहमत नहीं करते तो नियम अनुसार तो सहमत गिना जाएगा, नियत समय पश्चात भी।एक भी ब्राह्मण से असहमति नहीं आने के कारण यह माना गया कि भारत के 1250 ब्राह्मण समूह एक होना चाहिए पर सहमति है,छत्तीसगढ़ के ब्राह्मणों का ,उक्त समय तक 1980 ब्राह्मण समूह पर उपस्थित का सहमत माना गया।उसके पश्चात सभी समूहों से आग्रह किया गया कि एक-एकब्राह्मण प्रतिनिधि आपके समूह से चुनकर नाम दें ,साथ मे छत्तीसगढ़ के हर जिले के लिए ब्रह्म ज्ञानित ब्रह्मण: समूह से 1980 उपस्थित 25फरवरी 2024 तक के ब्राह्मणों के समूह से स्वयं इच्छित ब्राह्मण जो ब्राह्मण एकता को स्वयं खर्च से आगे लेना चाहता हो कार्य को 29 फरवरी 2024 तक 9584111445 मोबाइल नंबर नाम ,पता ,समूह नाम ,स्वयं फ़ोटो ,का विवरण भेजें।को कहा गया है, अनुमानित 65 सदस्य टीम के प्रतिनिधित्व अब इस नियम अनुसार आगे यदि नाम विवरण आये तो ब्रह्मा ज्ञानाती ब्रह्मण: छत्तीसगढ़ के नाम से एक वटशॉप समूह बनाकर ,सभी ब्राह्मण संघ एकता भारत भर के लिए आगे बढऩे के लिए ,एक बैठक आयोजित कर पहला छत्तीसगढ़ के कोई स्थान पर कार्य करने की दिशा की ओर आगे बढ़ेगा।अपने हिसाब से संघ महासंघ का नाम स्वतंत्रता पूर्वक आदि क्रियान्वयन कर पाए के विचार से। 25फरवरी 2024 को समय 08 बजे तक बिंदु चर्चा समाप्ति पश्चात। ब्रह्म ज्ञानाती ब्रह्मण: कम्युनिटी को डीएक्टिवेट कर समाप्त पंडित प्रवीण द्वारा कर दिया गया है।ताकि एक नया नाम जो सबका हो विचार से आगे के कार्य सभी नाम आने के बाद उसमे से चुने हुए संचालक द्वारा कार्य आगे बढ़ेगा ,जिसे सभी संघ महासांघ समूह प्रतिनिधि करेंगे। पंडित प्रवीण ने कहा मेरा संचालन इतना दूर तक था, आगे का संचालन समूहों से आने वाले नाम से कोई एक संचालक बन पदाधिकारी मनोनीत या निर्वाचीत जो सही लगे पर कार्य करेगा। पंडित प्रवीण ने कहा कि मेरे से उम्र साथ अनुभव के साथ बहुत योग्य पंडित समूह में हैं।वही कार्य को आगे बढ़ाएंगे सामने आएंगे।में बहुत साधारण हूँ।पूरे भारत के सभी संघ एक करने के लिए मेरे पास अनुभव साथ सक्तिशाली ब्राह्मण होने की कमी है।योग्य ब्राह्मण जो एक करने की ताकत पूरे भारत के ब्राह्मण समूह को रखता।उसको भगवान सामने लाएगा,वही आगे लेकर जाएगा।पंडित प्रवीण ने कहा हम इस कार्यक्रम को सफल मान इसलिए रहे, क्योंकि नीव पड़ चुका है, भारत मे प्रथम प्रयास है, यह सभी ब्राह्मण संघ महासंघ को एक करने की दिशा पर जो कौशल्या माता की धरती छत्तीसगढ़ से हो रहा राम भगवान अवश्य इस कार्य मे नियत भाव सही होगा हमारा तो बढाएंगे आगे उनकी इच्छा से होगा, मुझे लगता है। रुक- रुक कर धीरे-धीरे हो सकता है सम्पूर्ण ब्राह्मण संघ एकता आज नहीं तो कल होगा। ये कार्य क्योंकि लोकसभा चुनाव सामने है उस कारण रुक कर कार्य बढ़ सकता है, सिर्फ ब्राह्मण संघ महासंघ ही नहीं , सभी समाज के संघ महासंघ एक होंगे इसका समय आ गया।सभी समाज से कटुता समाप्त होकर सभी समाज एक होंगे एक ताकत बनकर सभी समाज के ब्यक्ति भारत को आगे बढ़ाएंगे। अंग्रेजों ने भारत मे सभी समाज मे कटुता बना रहे, मन मुटाव भरा रहे ,की स्थिति बनाकर गये हैं ।ये विषाणु छोडक़र अंग्रेज सभी समाज में गए हैं,भारत से सबको समझ आ चुका अब,इस कटुता भरने वाले विषाणु समाजों से समूल नष्ट करके रहेंगे।जो आज भी ओ स्थिति है। ये कार्य समाज मे एक समाज दूसरे समाज के प्रति कटुता भाव समाप्त करेगा।जब सभी समाज एक हो पाएं के विचार से कार्य चल रहा।उनका कहना है मेरे पास उक्त कार्य के अंदर बहुत से सामाजिक संगठनों का राष्ट्रीय लेबल के पदाधिकारियों का भी फ़ोन आया उन्होंने सीधा फ़ोन से बात कर कहा ये कार्य टेढ़ी खीर है,पर आपने शुरुआत दिया हिम्मत किया इसलिए हम साथ हैं। हमे अच्छा लग रहा। जब जैसे बोलें सहयोग होगा।कुछ समूह प्रमुखों ने कहा एकता से राजनीतिक नेताओं का नुकसान है। एक होने में बाधा डालेंगे, ध्यान देना होगा। कुछ प्रमुखों ने कहा। सब मिलकर कार्य करेंगे। आज नही तो कल पूरा होगा आप प्रयास तो कर रहे हैं।अन्य समाज के भी संगठन पदाधिकारियों ने कॉल कर कहा सभी समाज को इस दिशा को अग्रसर होने चाहिए। बिखराव के कारण मन की बात का साझेदारी नही हो पाता।इस प्रकार समर्थन सभी जुड़े ब्रह्मा ज्ञानाती ब्रह्मण:छत्तीसगढ़ समूह के ब्राह्मणों का रहा।