सारंगढ़। विकसित भारत के तहत सरकार नए-नए कार्यों व आगामी नवीन उपलब्धियां के लिए लगातार प्रयास कर रही है । चाहे वह महिला सशक्तिकरण हो या कोई नया जीर्णोद्धार कार्य , ग्रामीण विकास योजनाओं के अंतर्गत होने वाले समस्त कार्य इन सभी पर सरकार बेइंतहा पैसा खर्च कर रही है और लगातार हर एक गांव और शहर को लगातार विकास की यात्रा पर आगे बढऩे का प्रयास कर रही है, परंतु यह बार-बार सामने आते हुए देखा जा रहा है कि? बड़े-बड़े अधिकारी तथा कर्मचारी या निम्न वर्ग के अधिकारी एवं कर्मचारी अपने कार्यों पर कुशलता से कार्य न करके भ्रष्टाचार के माध्यम से अपने कार्यों से विमुख होते जा रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप जितनी भी योजनाएं हैं उन सभी में भ्रष्टाचार घर कर गई है। चाहे जो भी योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जाए, वह जमीनी हकीकत पर देखें तो विकास की गंगा मानो किसी मोड़ पर सिमट कर रह जाती है। चाहे किसी भी मद से पारित कार्य हो, उन सभी में स्तरहीन तरीके से निर्माण देखने को मिल रहे हैं ।
सारंगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत हरदी का है। जहां के डीपापारा में निर्माण के नाम पर केवल दिखावे का सीसी रोड निर्मित कर दिया गया है और गांव का आगे का साइड जहां पर निर्माण बहुत अच्छे व जमीनी स्तर पर कुछ किया हुआ काम नजर आ रहा है, इसी सडक़ का पिछला साइड जहां पर निर्माण कार्य आरंभ किया गया है , उस तरफ स्तरहीन निर्माण किए गए हैं। जिसके निर्माण के संबंध में नवीन सीसी रोड निर्मित मोहल्ले के निवासी खुद कह रहे हैं कि – वहां का निर्माण किस तरह से स्तरहीन और दिखावे की सडक़ बनाई गई है । जहां अधिकतर जगहों पर यह देखा जाता है । सीसी रोड जब बनता है तब 4 से 6 इंच 8 इंच तक रोड की ढलाई की जाती है परंतु यहां ग्राम पंचायत हरदी के इस डीपा पारा मोहल्ले पर ऐसा रोड का निर्माण किया गया है, जहां पर एक-डेढ़ इंच से कार्य किए गए हैं।
विदित हो कि निर्माण किए जाने से पहले एक बोर्ड भी लगाया जाता है जहां पर निर्माण की स्वीकृत राशि, कार्य का आरंभ और कार्य का समापन तिथि तथा किस मद से यह सीसी रोड योजना मिली हुई है, यह सब उस बोर्ड पर मेंशन होना चाहिए था कि इसमें उचित मापदंड क्या है, जो कि अब तक की निर्माण की प्रक्रियाओं में नजर आता था। जो यहां पर नदारद नजर आ रही है। कई जगहों पर इससे भी कम सीमेंट व रेत की परत चढ़ाई गई है जिसके निर्माण में हुई भ्रष्टाचार की गाथा मोहल्ले वासी भी करते नहीं थक रहे। सचिव सरपंच को किसी का खौफ नहीं रहा है संबंधित बी.डी.सी. से यह पता चला है कि होने वाला निर्माण की स्वीकृत राशि चार लाख रुपये है। अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि इस तरह के स्तरहीन तरीके के निर्माण में संबंधित अधिकारी अथवा ग्राम के सरपंच सचिव और संबंधित लोगों की जवाब देही बनती भी है अथवा नहीं। सीसी रोड निर्माण में हुई भ्रष्टाचार पर अधिकारी कार्यवाही करने की क्या जहमत उठाते हैं।
ग्रा.पं. हरदी सीसी रोड निर्माण में भ्रष्टाचार
