पखांजुर से हरण बिस्वास की रिपोर्ट / पखांजुर। स्कूल लीडरशिप बेस्ट प्रेक्टिस की प्रस्तुति का दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा रायपुर में एनसीएस एल दिल्ली और एससीईआरटी रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिद्धार्थ कोमल परदेशी जी शिक्षा सचिव छत्तीसगढ़ राज्य, एससीईआरटी के डायरेक्टर राजेंद्र कुमार कटारा, एनसीएस एल दिल्ली से डॉ सादमा अवसार, बिलासपुर संभाग जेडी रामायण आदित्य, सरगुजा संभाग जेडी हेमंत उपाध्यक्ष, कूलपति डॉ पीयूष पांडे, कामायनी कश्यप डिप्टी डायरेक्टर, झारखंड प्रभारी डी. एल सिंह, मध्यप्रदेश प्रभारी डॉ उस्मान खान, मनोज सिंह, संयोजक डी दर्शन के उपस्थिति में छत्तीसगढ़ के साथ ही बिहार, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, मध्यप्रदेश, आदि से नवाचारी शिक्षक, प्राचार्य, प्रधानाध्यापक शामिल हुए। मुख्य अतिथि सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने कहा कि सामुदायिक सहभागिता से स्कूलों में निखार आएगा। नवाचारी शिक्षक कृष्णपाल राणा राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक द्वारा सेमिनार में कहा गया कि शिक्षक को नेतृत्वकर्ता होना अतिआवश्यक है।
शिक्षक का कार्य स्कूल तक ही सीमित न रहकर उससे परे ग्राम, समाज एवं सभी क्षेत्रों में नेतृत्वकर्ता होना चाहिए। बच्चों का सर्वांगीण विकास के लिए स्थानीय मातृभाषा के उपयोग से बच्चों एवं पालकों, जनप्रतिनिधियों से समुदाय के साथ घनिष्ठता बढ़ती है। ग्राम के स्थानीय पर्व, जन्म, विवाह और मृत्यु संस्कार में शामिल होकर हम बच्चों के साथ समुदाय को शिक्षा के मुख्यधारा में जोड़ते हैं। कृष्णपाल राणा द्वारा किए गए विभिन्न नवाचार जैसे कोरोना काल के दौरान छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम आफलाईन मोहल्ला क्लास, वनोपज संग्रहण करते हुए खेत एवं वनों में शिक्षा उपलब्ध कराना , कबाड़ से जुगाड़ के तहत उपयोगी सामग्री निर्माण, माडल कक्ष निर्माण, मातृभाषा में राष्ट्रीय स्तर पर पाठ्य-पुस्तक निर्माण, समाज सेवा कार्य, सफलतापूर्वक मंच संचालन, किसान के लिए निशुल्क पानी चेक बोर खनन हेतु, साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य का प्रदर्शन को राष्ट्रीय स्तर पर सराहना करते हुए उनके द्वारा किए गए कार्य को अमल में लाई जाने कहा गया। विभिन्न नवाचार का प्रदर्शन से सभी को अपने ज्ञान एवं अनुभव को साझा करने का अवसर प्रदान किया गया। प्रदीप कुमार सेन व्याख्याता हाई स्कूल तरांदूल के द्वारा अपने विद्यालय को वंदेमातरम ट्रेन के माध्यम से बच्चों को ट्रेन दिखाने का प्रयास को भी काफी सराहा गया।
राष्ट्रीय विद्यालय नेतृत्व केन्द्र नई दिल्ली राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान अंतर्गत स्कूल लीडरशिप विकास पर कार्य करता है। देश के विद्यालयों द्वारा किया गया बेस्ट प्रेक्टिस को राष्ट्रीय पटल पर प्रदर्शित करने के लिए अवसर साथ में प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है। विद्यालय प्रमुखों का विद्यालय में गुणात्मक सुधार और बदलाव लाने की क्षमता संवर्धन के साथ अन्य विकासात्मक कार्य करती है। इन्हीं उद्देश्य की पूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में स्कूल लीडरशिप अकादमी के अंतर्गत स्थापित किया गया है। तदनुसार नवाचार से हो रहे लाभों से एवं राज्य के विद्यालयों द्वारा किए गए बेस्ट प्रेक्टिस का चयन कर एनसीएस एल दिल्ली को अवगत कराया जाता है।
राष्ट्रीय सेमीनार में शामिल हुए कांकेर जिले से कृष्णपाल एवं प्रदीप सेन
राष्ट्रीय सेमीनार में शामिल हुए कांकेर जिले से कृष्णपाल एवं प्रदीप सेन
