रायगढ़। जहां एक ओर प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार आते ही अवैध कार्यों पर शक्ति से कार्यवाही के निर्देश प्रत्येक जिलों के कलेक्टरों को एवं पुलिस अधीक्षको को निर्देश जारी किया गया है। परंतु जिला रायगढ़ के खरसिया नगर पालिका परिषद सीएमओ विक्रण भगत द्वारा कलेक्टर कार्तिकेय गोयल के फरमान और आदेशों का खुलेआम मनमानी कर धज्जी उड़ाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आते ही शासकीय भूमियों से अतिक्रमण और सडक़ किनारे अवैध कब्जा हटवाने को लेकर गंभीर है ताकि सडक़ों में होने वाली दुर्घटनाएं कम हो सके।
खरसिया रेलवे फाटक रोड़ में मंगल बाजार में दुकानदारों द्वारा अपना सामान बिक्री करने के लिए दुकानों के सामने बाहर समान निकालकर बेचा जा रहा है, जिससे आनेजाने वाले राहगीरों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है।
खरसिया आसपास के क्षेत्र का सेंटर है यहां रोजाना हजारों लोग अपना दैनिक दिनचर्या व जरूरत का सामान और ईलाज कराने आते है, जिससे ग्रामीण मंगल बाजार होते हुए शहर में जाते है जिससे की यहां दुकानदारों द्वारा अपना सामान बेचने के लिए रोड़ के ऊपर खाट व तखत निकालकर उसमे समान रखकर बेचते है जिससे आने जाने वाले राहगीरों को रोड़ जाम होने के कारण गंभीर दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है शायद ऐसा लगता है शासन प्रशासन को किसी बड़ी घटना का इंतजार है ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी नहीं है कई व्यक्तियों द्वारा नगर पालिका अवगत कराया जा चुका है कि सडक़ किनारे लगाने वाले दुकानदारों से सडक़ को छोडक़र दुकान संचालन करने की संचालक की आदेश जारी करें परंतु नगर पालिका ध्यान नहीं दे रहा है ,अगर समय रहते नगर पालिका के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया तो वह दिन दूर नहीं जब इस मार्ग पर कई लोगों की जान जा सकती है हमेशा राहगीर एवं दुकानदारों से जाम लगने की स्थिति में विवाद की स्थिति हमेशा बनी रहती है जिसकी जानकारी नगरपालिका को भी है पर उनके द्वारा कोई पहल नही किया जा रहा क्या नगरपालिका को इसने कुछ अप्रत्यक्ष लाभ तो नही मिल रहा जो की मार्ग में अवैधरूप से लगे दुकानों पर कार्यवाही नही किया जा रहा है। जब इस बारे में एसडीएम खरसिया से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया इस विषय में नगर पालिका परिषद सीएमओ से बात करें।
खरसिया नगर पालिका सीएमओ विक्रड भगत से मोबाइल के माध्यम से जानकारी लेना चाहा तो उनके द्वारा ना ही कॉल रिसीव किया गया और नहीं कॉल बैक आया दो दिनों तक संपर्क साधा गया। जिससे इनका एक और गैर जिम्मेदारी हरकत सिद्ध होता है।
जिलाधीश कार्तिकेय गोयल के फरमान का नगरपालिका परिषद खरसिया द्वारा किया जा रहा उल्लंघन
