रायगढ़। कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने दिसंबर महीने में रेत के खदानों पर सील बंदी करने के आदेश दिए थे, साफ तौर पर कहना था की किसी भी घाट से रेत का परिवहन न किया जाए,साथ ही पर्यावरण विभाग भी इसकी अनुमति नही दे रहा है। आदिवासी इलाकों में रेत की रॉयल्टी का ठेका ग्राम पंचायतों को दिया गया था।
लेकिन शासन के आदेशों को खुलेआम उलंघन किया जा रहा है,लगातार छेत्र में तस्करों के हौसले बुलंद है, नदियों से चोरि छिपे रात के अंधेरे या तडक़े की सुबह तस्करी की जा रही है।
रविवार की देर रात रेत तस्कर तमनार थाना क्षेत्र के पडिगांव गाव के रास्ते से तस्करी डम्फर से कर रहे थे, जिसे देख ग्रामीणों ने रोका और प्रसानिक अमले को इसकी जानकारी दी इसके बाद राजस्व विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर वाहन चालकों से रेत की रालटी दिखाने को कहा चालको ने किसी प्रकार के काग जात नही होने की जानकारी दी जिसके बाद अधिकारियों ने ट्रकों को तमनार थाने में सुपुर्द किया। सोमवार मामले को लेकर तमनार तहसीलदार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कागजात नही होने से गाडिय़ों को जप्ती बनस्य गया और थाने में सुपुर्द किया गया है उच्च अधिकारियों को जानकारी भेजी गई है ,दिशा निर्देश के बात करवाई की जाएगी।
कलेक्टर के आदेश के बाद भी नहीं रुक रही है रेत तस्करी
