बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने और टिकटिंग प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत रायपुर मंडल के देवबलोदा चरोदा पैसेंजर हाल्ट तथा बिलासपुर मंडल के नागपुर रोड पैसेंजर हाल्ट स्टेशन पर 08 दिसम्बर 2025 से मोबाइल-यूटीएस (एम-यूटीएस) प्रणाली के माध्यम से अनारक्षित टिकट जारी करना प्रारम्भ कर दिया गया है।
पूर्व में इन हाल्ट स्टेशनों पर कागज़ आधारित पूर्व-छपे टिकटों पर तारीख एवं समय की मुहर लगाकर टिकट जारी किए जाते थे। यूटीएस (एम-यूटीएस) सुविधा लागू होने से अब टिकट जारी करने की प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल हो गई है, जिससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि मैनुअल टिकटिंग से संबंधित संभावित त्रुटियों एवं हेरफेर की संभावनाएँ भी समाप्त होंगी।
यह पहल दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा सार्वजनिक लेन-देन में 100 प्रतिशत डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के सतत प्रयासों का हिस्सा है और यात्रियों को आधुनिक, तेज तथा सुरक्षित टिकटिंग सुविधा प्रदान करेगी। इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक श्री प्रवीण पाण्डेय ने मुख्य वाणिज्य निरीक्षक (मुख्यालय) बिनॉय कांति सरदार को यूटीएस (एम-यूटीएस) प्रणाली को सफलतापूर्वक लागू कराने हेतु प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्री सुविधा एवं सेवा गुणवत्ता में नवीनतम तकनीकों को अपनाने की दिशा में आगे भी इसी प्रकार के प्रयास जारी रखेगा।
हाल्ट स्टेशनों पर टिकटिंग का डिजिटलीकरण
रेलवे ने एम-यूटीएस के माध्यम से अनारक्षित टिकट जारी करना किया शुरू



