रायगढ़. जिले में जंगली हाथियों ने एक बार फिर से किसानों के फसल को नुकसान करने लगे हैं, ऐसे में 22 नवंबर की रात करीब 34 हाथी जंगल से निकल कर खेतों में पहुंच गए, इसकी जानकारी लगते ही वन अमला और ग्रामीण हाथियों को भगाने में लगे रहे, लेकिन हाथी रातभर डटे रहे, जिससे करीब 12 किसानों के फसल को नुकसान पहुंचाया है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ वन मंडल के तमनार रेंज में इन दिनों 34 हाथियों का दल विचरण कर रहा है, जो बीती रात हाथियों का दल जंगल से निकल सामारूमा व सराईपाली बीट के हर्राडीही गांव के पास पहुंच गया था, यहां कुछ किसानों की फसल को नुकसान करने के बाद हाथियों का दल जामडबरी और सामारूमा में पहुंचे और खेतों में घुसकर 10 किसानों की फसल को बर्बाद कर दिया। जब इसकी जानकारी ग्रामीणों और वनकर्मियों को लगी, तो वे मौके पर पहुंच गए और हाथियों को भगाने के लिए काफी प्रयास किया। इसके बाद भी हाथी रात भर वहीं डटे रहे। ऐसे में ग्रामीण व वनकर्मियों ने आग जलाकर रात भर हाथियों की निगरानी करते रहे। सुबह होने से पहले हाथियों का दल वापस जंगल की ओर चले गया। बताया जा रहा है कि हाथियों का दल यह सडक़ों पर भी आ रहा है।
छर्राटांगर में भी पहुंचाया नुकसान
ग्रामीणों के अनुसार तमनार रेंज के अलावा घरघोड़ाा रेंज में भी हाथियों ने 2 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में इन दिनों रायगढ़ वन मंडल में 40 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। जिसमें तमनार रेंज में 34 हाथी, रायगढ़ के पडिग़ांव में 2, घरघोड़ा रेंज के छर्राटांगर बीट में 3 और कमतरा में 1 हाथी है जो किसान का फसल नकसान किया है।
रतजगा करने की मजबूरी
इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि जिले में पड़ रही भीषण ठंड से जहां सभी लोग शाम होते ही घरों में दुबक जा रहे हैं, तो वहीं हाथियों के उत्पात के चलते इन दिनों इस कडकड़़ाती ठंड में फसल को बचाने के लिए पूरी रात आग जलाकर निगरानी करने की मजबूरी बन गई है। वहीं बताया जा रहा है कि अब धान फसल पूरी तरह से तैयार हो गया है, ऐसे में अगर हाथी खेतों में पहुंचते हैं तो पूरी तरह से फसल को चौपट हो रहा है, जो पूरे साल की मेहनत पर पानी फिर जा रहा है।
34 हाथियों की दल ने किया 12 किसानों के फसल चौपट
अब फसल की निगरानी करने आग जलाकर कर रहे रतजगा



