रायगढ़. ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा का गांव गुडगहन डिपापारा ने सामूहिक प्रयास और महिला शक्ति की अगुवाई में नशा मुक्त गांव बनकर मिसाल कायम की है। इस सराहनीय पहल के लिए जूटमिल पुलिस ने महिला समूह की सदस्यों और ग्राम सरपंच क्षितेश्वर गुप्ता को सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि जूटमिल पुलिस द्वारा लगातार गांव-गांव चौपाल लगाकर लोगों को अवैध शराब के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा रहा था। जिससे गांव की महिलाओं ने एक स्वर में शराब बंदी का संकल्प लिया और ग्राम सरपंच क्षितेश्वर गुप्ता को अपने टीम में जोड़ते हुए अन्य लोगो ंको भी जोडऩा शुरू किया, जिससे देखते ही देखते गांव की 49 महिलाएं और 35 पुरूष मिलकर ‘महिला निगरानी समूह’ का गठन कर लिया और प्रतिदिन टॉर्च, डंडा लेकर रात्रि गश्त शुरू कर दी। गश्त के लिए बकायदा गांव में महिला-पुरूष की 12 टीमें बनी है और इनका रोस्टर भी बनाया गया है कि किस दिन कौन गश्त करेगा। महिलाओं के साहस और निगरानी से गांव में अवैध शराब बनाना, बेचना और पीना पूरी तरह बंद हो गया है। यहां तक कि अब गांव में कोई व्यक्ति सार्वजनिक रूप से शराब पीने की हिम्मत नहीं करता। समूह की महिलाएं न केवल नशे के खिलाफ पहरेदारी कर रही हैं, बल्कि गांव में किसी घर में विवाद की स्थिति बनने पर भी वहां पहुंचकर आपसी सुलह भी करा रही हैं। सरपंच क्षितेश्वर गुप्ता ने बताया कि पूर्व में गांव के दो व्यक्तियों को अवैध शराब बनाते हुए पकड़ा गया था, जिन पर कार्रवाई कर पुलिस ने जेल भेजा। इस दौरान ग्रामसभा में यह निर्णय भी लिया गया कि उनकी कोई भी जमानत नहीं लेगा। जिससे गांव में ऐसा भय बना कि लोग शराब बेचना ही बंद कर दिया। ऐसे में अब दर्रामुड़ा में शराबबंदी से सामाजिक माहौल पूरी तरह से बदल गया है इससे गांव में अब शांति, सौहार्द और एकता का वातावरण बन गया है।
डूमरपाली में भी शुरू हुई पेट्रोलिंग
उल्लेखनीय है कि दर्रामुड़ा में शराब बंदी को देख पड़ोसी गांव डूमरपाली के सरपंच ने भी गांव में महिला समूह बनाकर रात्रि पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। इस दौरान अगर कोई शराब बेचते पाया जाता है तो उसे तत्काल पुलिस के हवाले किया जा रहा है, वहीं अगर कोई शराब पीता पाया जाता है तो उसके खिलाफ ग्राम स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में अब यह गांव भी बहुत जल्द शराब मुक्त बन जाएगा। वहीं थाना प्रभारी निरीक्षक प्रशांत राव ने महिला समूह की सदस्यों को पूरी प्रोक्टशन प्रदान करने की बात कही है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन पर महिला शक्ति के सहयोग से अब अन्य गांवों में भी इसी प्रकार अवैध शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मुहिम जारी रहेगी।
महिला शक्ति का प्रयास रंग लाया, दर्रामुड़ा व गुडगहन हुआ नशा मुक्त,महिला समूह और सरपंच को किया सम्मानित



