जशपुरनगर। जिला खेल प्रतिभाओं की भूमि के रूप में शुरूआत से ही जाना जाता रहा है। यहां के खिलाडिय़ों ने अपने उत्कृष्ट खेल कौशल के दम पर न केवल प्रदेश, बल्कि देश और विदेशों में भी जशपुर का नाम गौरवान्वित किया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जशपुर की लोकसंस्कृति और यहां के खेलप्रेम से भलीभांति परिचित हैं। उनके नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने और खिलाडिय़ों को बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। जिले में खेल अधोसंरचना के विकास के तहत आधुनिक स्टेडियमों और खेल मैदानों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यहां विभिन्न महत्वपूर्ण खेल आयोजनों के माध्यम से प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने और आगे बढऩे का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
तेजी से हो रहा है स्टेडियम का निर्माण, उभरेंगे प्रतिभाशाली खिलाड़ी
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जशपुर जिले में खेल अधोसंरचना को मजबूत करने के लिए स्टेडियमों और खेल मैदानों की स्वीकृति एवं निर्माण कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। जिले में निवासरत विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय को जन्म से ही तीरंदाजी में प्राकृतिक निपुणता प्राप्त होती है। इस पारंपरिक कौशल को निखारकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से सन्ना में 20 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से अत्याधुनिक तीरंदाजी अकादमी का निर्माण किया जाएगा। इस अकादमी में लाइब्रेरी, मेडिकल सेंटर, नर्सरी, हर्बल प्लांटेशन, अत्याधुनिक ग्राउंड, चेंजिंग रूम, कोच रूम, उपकरण केंद्र, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, प्रशिक्षण कक्ष, वार्डन एवं गार्ड रूम जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही उपकरण, परिवहन के लिए बस, हाईमास्ट लाइट जैसी व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। इसी तरह कुनकुरी में 63 करोड़ 84 लाख रुपए की लागत से बनने वाले इंटीग्रेटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को भी मंजूरी मिल चुकी है। यह कॉम्प्लेक्स आधुनिक खेल ढांचे और सुविधाओं से सुसज्जित होगा, जिसमें एथलेटिक्स ट्रैक एवं पवेलियन, बास्केटबॉल कोर्ट, कबड्डी और खो-खो मैदान, स्विमिंग पूल, ड्रेस चेंजिंग रूम, वॉलीबॉल ग्राउंड, जंपिंग गेम और खेल उपकरण शामिल होंगे। इसी प्रकार से मुख्यमंत्री श्री साय के कार्यकाल में 2.83 करोड़ लागत के बगीचा में स्वीकृत हुए आधुनिक इनडोर बैडमिंटन स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। इसके साथ ही मयाली में एडवेंचर स्पोर्ट्स संचालित है। घोलेंग में फुटबॉल स्टेडियम के लिए भूमि का चिन्हांकन किया गया है। जिला मुख्यालय जशपुर में एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान के पास 3.50 करोड़ लागत के बास्केट बाल कोर्ट का निर्माण कार्य जारी है। रणजीता स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ ग्रास और एलईडी डिस्प्ले लगाए जाने की घोषणा की गई है। नगरीय क्षेत्र से लेकर ग्रामीण अंचलों तक स्टेडियमों और खेल मैदानों के जीर्णोद्धार व निर्माण की निरंतर स्वीकृति दी जा रही है। मुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों से सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन और माण देशी फाउंडेशन द्वारा जिले में 20 आधुनिक खेल ग्राउंड विकसित किए जाएंगे। इनका उद्देश्य उभरते खिलाडिय़ों को ओलंपिक जैसे बड़े मंचों के लिए तैयार करना है। इसके लिए बेहतर ट्रेनिंग सुविधाएं, अनुभवी कोचिंग स्टाफ और अत्याधुनिक उपकरण खिलाडिय़ों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
खिलाडिय़ों, नागरिकों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार
खेल प्रेमियों और आम नागरिकों का कहना है कि मुख्यमंत्री श्री साय ने हमेशा खेलों को समाज और युवाओं के विकास का माध्यम माना है। उनकी प्राथमिकताओं में खेल सुविधाओं का विस्तार और ग्रामीण अंचलों तक खेल अधोसंरचना उपलब्ध कराना शामिल रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जशपुर के खिलाड़ी अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए और अधिक तैयार हो पाएंगे। यह पहल जिले में खेल संस्कृति को नई पहचान दिलाएगी और आने वाली पीढिय़ों को खेलों की ओर प्रेरित करेगी।
सीएम साय के नेतृत्व में बन रहे अत्याधुनिक स्टेडियम और खेल अकादमियां
निखरेंगी खेल प्रतिभाएं, खिलाडिय़ों को मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
