रायगढ़। कोलता समाज एक वृहद समाज है,इसकी संस्कृति और सभ्यता कृषि व प्रकृति से जुड़ा हुआ है। मूलत: ओडिय़ा संस्कृति से ओतप्रोत यह जाति छत्तीसगढ़ में बहुतायत है । नुआखाई तिहार इस समाज का मुख्य तिहार है जो भाई बंधुत्व और एकता का भाव समाहित है। इस त्यौहार पर समाज के बंधुओं में आपस में भेट मुलाकात होती है जो सामाजिक समरसता को दर्शाता है। कृषि व प्रकृति को समर्पित नुआखाई कृषक द्वारा उत्पादित प्रथम अन्न को अपने ईस्ट देवी देवताओं को भोग लगाया जाता है।
कोलता समाज हर साल सामुदायिक रूप से इस त्यौहार को मना कर अपने एकत्व को प्रदर्शित करता है। यह त्यौहार आगामी 6 सितंबर शनिवार को बोरोडीपा पुसौर स्थित मंडी प्रांगण में आयोजित किया गया है। कोलता समाज संभाग रायगढ़ और आंचलिक सभा पुसौर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस समारोह के लिए गत रविवार दिनांक 31 अगस्त को पुसौर कोलता समाज सामुदायिक भवन में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया। पहले यह रविवार 7 सितंबर को आयोजन किया जाना था किन्तु चंद्रग्रहण के कारण उक्त तिथि को बदल कर 6 सितंबर को मनाया जाएगा। संभागीय अध्यक्ष रत्थूलाल गुप्ता ने बताया कि इस के कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक सजातीय बंधुओं के शामिल होने की संभावना है, उन्होंने सजातीय बंधुओं से इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।
संभागीय अध्यक्ष कोलता समाज के अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में पुसौर अंचल अध्यक्ष जगन्नाथ प्रधान, शौकी लाल गुप्ता शाखा सभा पुसौर, अवधेश भोय शाखा सभा छिछोर उमरिया, देवार्चन भोय शाखा सभा पड़ीगांव, दुष्यंत सदावर्ती शाखा सभा तेतला, शुक्लांबर गुप्ता शाखा सभा महलोई, रमेश गुप्ता शाखा सभा डुमरमुडा, सुरेश गुप्ता शाखा सभा जकेला तथा उनके पदाधिकारी सहित जगदीश प्रधान, प्रांतीय उपाध्यक्ष, गोविन्द देहरी प्रांतीय कोषाध्यक्ष, टीकाराम प्रधान संभागीय महामंत्री, मुरलीधर प्रधान संभागीय शिक्षा एवं संस्कृति प्रकोष्ठ संयोजक, विश्वेश्वर भोय आंचलिक अध्यक्ष मोर्गा अंचल तमनार , वरिष्ठ समाज सेवी चंद्रशेखर भोई तथा शेषचरण गुप्ता, संभागीय मीडिया प्रभारी रायगढ़ के अलावा कर्मचारी प्रकोष्ठ संयोजक दुरेंद्र नायक और उनकी पूरी टीम उपस्थित थे।
कोलता समाज का संभाग स्तरीय नुआखाई भेंट 6 सितंबर को पुसौर में
पांच हजार से अधिक सजातीय बंधुओं का होगा बंधु मिलन
