जशपुर। छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष राजा पांडे ने शुक्रवार को जशपुर में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि जशपुर में पाठ्यपुस्तक निगम का उप-डिपो फिर से शुरू किया जाएगा। यह उप-डिपो पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय में बंद कर दिया गया था।
निगम ने इस साल पुस्तक वितरण व्यवस्था में कई बदलाव किए हैं। सभी किताबों में दो विशेष बारकोड लगाए गए हैं। इन बारकोड से पता चल सकेगा कि किताब किस डिपो से निकली और किस स्कूल को दी गई। हर किताब पर चेतावनी भी छपी होगी कि यह शासकीय संपत्ति है और इसकी खरीद-बिक्री दंडनीय अपराध है।
कबाड़ी के पास मिली किताबें तो होगी कार्रवाई
पुस्तकों की छपाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। अगले एक सप्ताह में किताबें डिपो तक पहुंच जाएंगी। वितरण व्यवस्था को चरणबद्ध और पारदर्शी बनाया गया है। इससे छात्रों को समय पर किताबें मिल सकेंगी। राजा पांडे ने कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी किताबें कबाड़ी के पास या लावारिस हालत में मिलीं, तो दोषियों पर आपराधिक मामला दर्ज होगा। यह कदम किताबों की कालाबाजारी रोकने के लिए उठाया गया है। निगम छात्रहित में पुस्तकों को सीधे डिपो तक पहुंचाने का काम कर रहा है। इससे परिवहन खर्च बढ़ेगा, लेकिन निगम छात्रों के हित को प्राथमिकता दे रहा है।
बारकोड व चेतावनी के साथ स्कूलों में पहुंचेंगी शासकीय किताबें
खरीद-बिक्री पर सख्त कार्रवाई, जशपुर में फिर शुरू होगा पाठ्यपुस्तक निगम का उप-डिपो
