रायगढ़। छत्तीसगढ़ प्रदेश के इतिहास में आतंकवाद और बर्बरता के रूप में झीरम हत्याकांड को जनता मानती है, विश्व में राजनीतिक रूप से सबसे बड़े हत्याकांड के रूप में इसको जाना जाता है जिसमें 32 राजनेताओं सहित पुलिस कर्मियों की हत्या नक्सली ताकतों ने षडयंत्र कर 25 मई 2013 को झीरम घाटी में की थी, इसमें शाहिद जनों को विगत 12 वर्षों से नमन निरंतर है इसी तहत शाहिद नंद कुमार विश्वविद्यालय, रायगढ़ के प्रांगण में स्थापित शाहिद नंद कुमार पटेल जी की प्रतिमा के समक्ष धूप-दीप और पुष्प अर्पित कर बड़े ही नम आंखों से श्रद्धांजलि कार्यक्रम किया गया।
रायगढ़ बचाओ-लड़ेंगे रायगढ़ और तत्कालीन विश्वविद्यालय निर्माण संघर्ष समिति,रायगढ़ के विनय शुक्ला,राजू यादव,संजू कुशवाहा,अनिल चीकू,पंकज शर्मा,युगल किशोर,राजन गुप्ता, रेनू शर्मा,संदीप यादव,धनेश्वर राठिया, विनोद सिदार और अन्य जनों में विक्की महंत,महेश्वर पटेल, दिव्या साहू,कांता दास महंत, हेमंत पटेल, अरुण पटेल,कबीर महंत, चंचल बंजारे,तानिया पटेल,स्वाती यादव, शीतल पटेल, मीनाक्षी आदि ने शाहिद नंद कुमार पटेल सहित अन्य 31 शाहिद जनों को श्रद्धांजलि अर्पित की और यह शासन से आग्रह किया कि झीरम हत्याकांड के कर्ताधर्ता, षड्यंत्रकारी और नक्सलवादी खुले आसमान में आज भी घूम रहे हैं इन पर कड़ी कार्रवाई करके शहीदों के परिवार को न्याय मिलना चाहिए।
विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक हत्याकांड झीरम के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
शाहिद नंद कुमार पटेल की पुण्यतिथि कार्यक्रम नम आंखों से आहूत हुआ
