रायगढ़। औद्योगिक नगरी रायगढ़ में ढाबों की आड़ में खुलेआम खनिज व कोयले की अफरातफरी की जा रही है। कलेक्टर के निर्देश पर खनिज विभाग ने छापामार कार्रवाई की जिसमे कई ढाबों में स्पंज आयरन, आयरन और व पैलेट्स मिले हैं।
खनिज विभाग की टीम ने रविवार को ढाबों की जांच की जहां गेरवानी के स्टार ढाबा के पास 10 टन आयरन पैलेट्स जप्त किया गया। इसी तरह भूपदेवपुर स्थित लकी ढाबा के पास 100 से ज्यादा बोरों में आयरन डंप मिला।
जिले में कोयला से लेकर आयरन ओर और स्पंज आयरन उद्योगों में बने उत्पाद की अफरातफरी जोरों पर है। उद्योगों के अधिकारी, कर्मचारी से मिलीभगत कर ट्रांसपोर्टर और ढाबा संचालक इसे अंजाम दे रहे हैं। आमतौर पर ढाबों में दाल, रोटी व चावल ही मिलता है लेकिन जिले के ज्यादातर ढाबा संचालक खनिज की कालाबाजारी करने में व्यस्त है और खनिज विभाग और पुलिस भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
रविवार को उद्योग के रास्तों में चल रहे ढाबों में खनिज की अफरातफरी की खबरें सामनें आई थी। जिसको जिला प्रशासन ने गम्भीरता से लिया। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने खनिज विभाग को जांच के आदेश दिए। खनिज विभाग ने जिले के आसपास आधा दर्जन से अधिक डब्बो में दबिश दी तो ज्यादातर ढाबों के आसपास कोयला, आयरन ओर एवं आयरन पैलेट्स की बड़ी मात्रा पाई गई। जांच के दौरान गेरवानी के स्टार ढाबा में अधिकारी पहुंचे तो वहां 10 टन आयरन पैलेट्स मिला। पूछताछ में स्टाफ आरिफ अहमद ने बताया की ढाबा चक्रधर नगर निवासी अब्दुल गफार के नाम पर है। लेकिन ढाबा के बगल में डंप आयरन पैलेटस की कोई जानकारी खनिज विभाग के अफसर नहीं निकाल सके। इसी तरह भूपदेवपुर स्थित लकी ढाबा में भी करीब 100 बोरियों में आयरन ओर मिला। उक्त ढाबा भूपदेवपुर के जगदीश सिदार के नाम पर है लेकिन यहां भी संबंधित आयरन ओर कहां से आया इसकी जानकारी खनिज विभाग को नहीं मिल सकी। बहरहाल अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है।
लक्की व स्टार ढाबा में खनिज टीम की दबिश
भारी मात्रा में आयरनओर व पैलेट्स मिला, कलेक्टर के निर्देश पर हुई जांच कार्रवाई
