रायगढ़। मंगलवार की रात छाल रेंज के बोकरामुड़ा गांव में उस वक्त ग्रामीणों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया जब भोजन और पानी की तलाश में दल से बिछड़े तीन हाथी गांव के गोठान पहुंच गए। जहां काफी देर तक हाथियों के चिंघाड़ से पूरा का पूरा गांव गूंजता रहा।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल के अंतर्गत आने वाले छाल रेंज के ग्राम बोकरामुड़ा गांव में देर रात भोजन और पानी की तलाश में भटकते-भटकते तीन हाथी गांव के गोठान तक पहुंच गए। गांव में अचानक हाथियों के चिंघाड़ से पूरे गांव के ग्रामीणों में दहशत का माहौल निर्मित हो गया और फिर लोगों ने घर में दुबक कर रहना ही मुनासिब समझा। इस मामले की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अलावा हाथी मित्र दल के सदस्य मौके पर पहुंचे और कई घंटो की मशक्कत के बाद हाथियों को वापस जंगल में खदेड़ा जा सके। रात के समय गांव के गोठान में हाथियों के चिंघाडऩे का वीडियो भी अब सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है और इस वीडियो में आवाज सुनकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उस वक्त गांव का क्या माहौल रहा होगा।
वन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इन दिनों रायगढ़ जिले के जंगलों में 157 हाथी अलग-अलग दलों में विचरण कर रहे हैं जिसमें धरमजयगढ़ वन मंडल में 143 हाथी तो वहीं रायगढ़ वन मंडल में 14 हाथी शामिल है। हाथियों के इस दल में 40 नर हाथी, 79 मादा हाथी के अलावा 38 बच्चे शामिल है। हाथियों के इस दल ने बीती रात उत्पात मचाते हुए 37 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है।
जिले में 93 हाथी कर रहे विचरण
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 93 हाथी विचरण कर रहे हैं। रायगढ़ वन मंडल में 45 और धरमजयगढ़ वन मंडल में 48 हाथी हैं, जिसमें नर की संख्या 27, मादा 42 और शावक 24 शामिल हैं। विभागीय आंकड़ा के अनुसार बुधवार तक छाल रेंज में हाथियों का 51 हाथी अलग-अलग जंगल में विचरण कर रहे थे।
नुकसान का मिलेगा मुआवजा
इस संबंध में धरमजयगढ़ एसडीओ बाल गोविंद साहू ने बताया कि धरमजयगढ़ में जिस क्षेत्र में हाथियों का दल है। उसके आसपास सभी गांव में मुनादी करा दी गई है। रात में हाथी खेतों तक पहुंचते हैं। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। जिसके बाद आगे की प्रक्रिया पूरी करते हुए किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।
भोजन की तलाश में गांव के गोठान तक पहुंचे गजराज
ग्रामीणों में दहशत, हाथियों का वीडियो आया सामने
