सारंगढ़। राज्य शासन द्वारा वर्ष 2022 में रायगढ एवं बलौदाबाजार-बिलाईगढ़ के कुछ हिस्सो को पृथक कर जिला सारंगढ़- बलाईगढ़ गठित किये थे। तदोपरांत धीरे-धीरे शासन द्वारा समस्त कार्यालय भी जिलें में खोले गये। इसी क्रम में नागरिक आपूर्ति निगम का जिला कार्यालय भी वेयर हाउस गोदाम के सामने खुला। जहॉ पर जिले का सर्वप्रथम जिला प्रबंधक के दायित्वों के निवर्हन हेतु सूर्यकांत शुक्ला का पदस्थी इस जिलें में हुआ। इनके द्वारा इस जिलें में दिनांक 13.09.2022 से अपनी उपस्थिति देते हुए कार्यभार ग्रहण किये गये। इसी प्रकार जिला कार्यालय के सबसे अति-महत्वपूर्ण कक्ष सार्वजनिक वितरण प्रणाली के सुचारू रूप से कार्य संपादन हेतु सुनील देवांगन की भी पदस्थापना हुई। सूर्यकांत शुक्ला जिला प्रबंधक के नेतृत्व में नव-गठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के क्षेत्र में लगभग प्रतिमाह जिलें में प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहते हुए राशन भण्डारण का कार्य संपादित किया जाता रहा। जिसके लिये जिलें में कलेक्टर महोदय व नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध संचालक महोदय द्वारा भी समय-समय पर इसकी सराहना की, जो कि इस जिलें के गौरव का क्षण था। श्री शुक्ला के नेतृत्व में ही जिलें के नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा सुचारू रूप से शासन द्वारा चावल उपार्जन हेतु निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु समय-समय पर गोदामों की व्यवस्था कर निर्धारित गुणवत्ता का चावल उपार्जन के लक्ष्य को भी पूर्णकर लिया गया। विदित हो कि इसी प्रकार जिलें के समस्त शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालको को शासन द्वारा समय पर दी जाने वाली वित्तीय पोषण एवं अन्य मदो में स्वीकृत राशियों को भी इनके द्वारा यथासंभव समय पर संबंधित शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालको के खाते में अंतरित किये जाने की कार्य वाही की गई। अभी हाल ही में सूर्यकांत शुक्ला जिला प्रबंधक का स्थानांतरण सारंगढ़- बिलाईगढ़ से जिला कार्यालय रायगढ़ हुआ, जो कि इस जिलें के लिये एक क्षति समान थी। क्योंकि इन के द्वारा इस जिलें हेतु किये गये अविस्मरणीय कार्य हमेंशा इस जिलें एवं यहॉ के आमजनो को याद रहेंगे। श्री शुक्ला की कमी को पूरा किया जाना संभव नहीं है। हम ईश्वर से इनकी उज्जवल भविष्य की कामना करते है एवं यह आशा करते है कि यें जिस जिलें में भी रहेंगे, वहॉ का नाम हमेंशा रौशन करते रहेंगे व अंत में विदाई तो है दस्तूर जमाने का पुराना, पर जहां भी जाना अपनी छाप कुछ ऐसे छोड़ जाना कि हर कोई गुन गुनाए तुम्हारा ही तराना।