रायगढ़। जिले के सबसे बड़े महाविद्यालय होने के बावजूद डिग्री कॉलेज में विधार्थियों को मूलभूत सुविधाएँ भी प्रदान नहीं की जा रही है यह जिले का एकमात्र शासकीय कॉलेज है जहां बीसीए की पढ़ाई होती है लेकिन पिछले 1.5 महीनों से महाविद्यालय में बीसीए की एक भी क्लास नहीं ली गई क्यूकी महाविद्यालय में बीसीए के एक भी प्राध्यापक ही नहीं है और ना ही नयी शिक्षा नीति में शुरू हुए पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करवायी जाती है।
नया सत्र शुरू हुए 1.5 महीने हो गए लेकिन अब तक महाविद्यालय द्वारा टाइम टेबल तक जारी नहीं किया गया हैं जिसकी वजह से किसी भी डिपार्टमेंट में रेगुलर क्लास नहीं ली जाती एवं कुछ समय में इंटरनल एग्जाम होने है ऐसे में विद्यार्थी पढ़े परीक्षा कैसे दें? बारिश होने पर कॉलेज के अंदर प्रवेश करना तक बड़ा कठिन होता है क्यूकी साइकिल पार्किंग एक तालाब का रूप ले लेता है एवं कॉलेज के अंदर भी पानी भर जाता है एवं टाइल्स होने की वजह से अक्सर सभी फर्श पर फिसल कर गिर जाते है।
पिछले ही वर्ष कॉलेज में ई-लाइब्रेरी का उत्घाटन किया गया परंतु नये पाठ्यक्रम की एक भी कोर्स वहाँ उपलब्ध नहीं हैं महाविद्यालय में किसी भी वाशरूम ना पानी आता है ना ही सफाई होती है। खासकर छात्राओं के वाशरूम में गेट तक टूट चुके है जिससे कोई भी छात्रा वहाँ जाने पर सहज महसूस नहीं करती विद्यार्थियों ने कई बार कॉलेज में प्राचार्य में समक्ष अपनी परेशानियों को रखा पर कॉलेज के पास पैसे नहीं है कह कर प्राचार्य हमेशा अपना पलड़ा झाड़ लिया करती है जिसके फलस्वरूप आज विधार्थियों ने कलेक्टर के द्वारा मुख्यमंत्री ने नाम पर ज्ञापन सौपा।
डिग्री कॉलेज में बीसीए के लिए नहीं हैं एक भी प्रोफेसर
कॉलेज के छात्रों ने निकाली आक्रोश रैली
