रायगढ। 1998 में तत्कालीन रेल मंत्री नितीश कुमार ने रायगढ़ के शासकीय नटवर हाई स्कूल में रेल टर्मिनल का शिलालेख रखा था, लेकिन करीब 26 साल बाद भी रेल टर्मिनल नहीं बन सका। रेल टर्मिनल को चमड़ा गोदाम क्षेत्र में बनना था। इसके लिए जमीन भी देखी गई थी, लेकिन एकाएक इसके बाद से इसकी प्रक्रिया रुक गई। अब रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया ने लोकसभा में टर्मिनल की मांग उठाई है। साथ ही कहा कि 26 साल से जिलेवासी रेल टर्मिनल का इंतजार कर रहे हैं। जानकारों ने बताया कि शिलान्यास के बाद जब साल 2007 तक रेल टर्मिनल की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ सकी, तब रायगढ़ में रेल रोको आंदोलन भी किया गया। इसके बाद रेलवे के अधिकारी, प्रशासन और रेल बचाओ संघर्ष मोर्चा के बीच बातचीत हुई थी, लेकिन 26 साल बाद भी काम नहीं हो सका।
3 ट्रेनों को चलने की थी मांग
रेलवे सलाहकार मंडल के पूर्व सदस्य गोपाल अग्रवाल ने बताया कि त्रिपक्षीय बैठक में इस बात को रखा गया कि रायगढ़ में तीन ट्रेनों को यहीं से प्रारंभ और समाप्त किया जाए। इसके बाद गोंडवाना ट्रेन की प्रारंभ और समाप्त रायगढ़ से किया गया। बाकी 2 ट्रेनों के स्टापेज को भूलकर टर्मिनल की मांग को ही ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया ने संसद में टर्मिनल की मांग उठाई है। उन्होंने सदन को बताया कि रायगढ़ रेलवे ने 2023-24 में यात्री आरक्षण टिकट में लगभग 19 करोड़ रुपए और अनारक्षित टिकट में लगभग 28 करोड़ का राजस्व मिला। मालभाड़ा में लगभग 40 करोड़, पार्सल में लगभग 5 करोड़ का राजस्व प्राप्त किया है।
बिलासपुर जोन में अधिक आय देने वाला रायगढ़
सांसद राधेश्याम राठिया सदन में बताया कि बिलासपुर रेल जोन में कोरबा के साथ सबसे अधिक आय देने वाला स्टेशन रायगढ़ है। रायगढ़ में एनटीपीसी जैसे पावर सेक्टर के 4000 मेगावाट के बिजली उत्पादन होते हैं। सैकड़ों फैक्ट्री आने के कारण भारत से लोगों की आवाजाही बढ़ी है। इससे लगातार यात्री टिकट में बढ़ोतरी हो रही है। 1998 में रेलवे ने एक चार पेज का फोल्डर भी जारी किया था, जिसमें लिखा था कि रायगढ़ में किरोड़ीमल के पास निजी इस्पात संयत्र मुख्य उद्योग है। 4 नए कोलफील्ड विकसित हो रहे हैं। यात्री ट्रेनों के प्रारंभ और समापन के लिए पर्याप्त कोचिंग सुविधा नहीं है। ऐसे में 5 करोड़ रुपए की लागत से यात्री टर्मिनल सुविधाओं के कार्यों को मंजूरी दी गई थी। रेलवे सलाहकार मंडल के सदस्य दिबेश सोलंकी का कहना है कि संसद में सांसद राधेश्याम राठिया ने टर्मिनल की मांग उठाई है। मुख्यमंत्री और रेलमंत्री से भी उन्होंने मुलाकात कर रायगढ़ में टर्मिनल को लेकर चर्चा की है। ऐसे में उम्मीद जाग गई है कि आने वाले समय में रायगढ़ में टर्मिनल की मांग पूरी होगी।
26 साल बाद भी नहीं बन सका रायगढ़ में रेल टर्मिनल
1998 में रेल मंत्री नितीश कुमार ने किया था शिलान्यास, लोकसभा में सांसद राठिया ने उठाया मुद्दा
