रायगढ़। जिला अस्पताल आने वाले टीबी मरीजों को सप्ताहभर की दवाईयां दी जा रही है, जिसके चलते मरीज व परिजन दोनों आए दिन अस्पताल का चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं। जिसके चलते काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिला औद्योगिक हब होने के कारण यहां तरह-तरह की बीमारियां लोगों को हो रही है। जिसमें सबसे ज्यादा टीबी की शिकायत है, जिसके चलते जिला अस्पताल में आए दिन टीबी के मरीज पहुंचते हैं, जिनकी जांच उपरांत इन मरीजों को छह माह व 9 माह दवा चलाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में पूर्व में इन मरीजों को जिला अस्पताल से एक माह की दवा दी जाती थी, जिससे मरीज उसका सेवन कर माहभर बाद आते थे और दोबारा जांच कराकर फिर से दवा लेकर जाते थे, लेकिन विगत कुछ दिनों से यहां की व्यवस्था इस कदर बिगड़ी हुई है कि अस्पताल में टीबी की दवा ही मरीजों के हिसाब नहीं पहुंच पा रहा है, जिसके चलते मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही दिनों सुबह से निकल रही चिलचिलाती धूप के चलते ज्यादातर मरीज अस्पताल आने से भी कतराते हैं, जिसके चलते उनके परिजन दवा लेने पहुंच रहे हैं, लेकिन यहां आने के बाद दवा का स्टाक कम होने का हवाला देते हुए चार-छह दिन का दवा देकर ही चलता कर दिया जाता है, जिससे मरीज व परिजन दोनों ही परेशान हो रहे हैं।
वहीं अस्पताल आने वाले मरीज के परिजनों से बात की गई तो उनका कहना था कि डाक्टर के अनुसार टीबी मरीजों को एक दिन भी दवा को गैप नहीं करना है, ऐसे में मरीजों को हर हाल में दवा मिलनी चाहिए, लेकिन यहां आने के बाद दवा की कम उपलब्धता के चलते मात्र सप्ताहभर की ही दवा दी जा रही है, जिसके चलते हमेशा काम-धंधा छोडकऱ अस्पताल का चक्कर लगाना पड़ रहा है। वहीं ज्यादातर मरीज ग्रामीण क्षेत्र के ही अस्पताल पहुंचते हैं, ऐसे में हर-हमेशा अस्पताल आने में काफी समस्या हो रही है, ऐसे में अगर कम से कम माह भर की दवा दी जाती तो मरीज के साथ परिजनों को भी काफी राहत मिलती।
स्टाक नहीं होने का हवाला
उल्लेखनीय है कि इस संबंध में विभाग के संबंधित अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि विगत कुछ माह से दवा का शार्टेज चल रहा है, जिसके चलते मांग के अनुसार यहां दवा नहीं पहुंच पा रहा है। जिससे मरीजों को सप्ताहभर की दवा देकर काम चलाया जा रहा है। वहीं जब दवा का स्टाक पूरी आने लगेगी तो फिर से माहभर की दवा एक साथ दी जाएगी।
टीबी के मरीज दवा के लिए अस्पताल का लगा रहे चक्कर
मरीज व परिजन दोनों हो रहे परेशान
