रायगढ़। महानदी के तट पर स्थित पोरथ धाम में मकर संक्रांति का विशाल मेला आज से शुरू हो गया है। 14 जनवरी को यहां लाखों की संख्या में लोग मकर स्नान करते हैं। प्राचीनकाल से मकर संक्रांति का तीन दिवसीय भव्य मेला यहां लगता है जिसमें पड़ोसी राज्य ओडिशा और छत्तीसगढ़ के लोग यहां स्नान कर भोलेनाथ का दर्शन करते हैं। पोरथ धाम पर लगातार बढ़ रही आस्था को देखते हुए शाम को महाआरती का आयोजन किया जाता है। जिसमें हजारो की संख्या में लोग शामिल होते हैं। आज मकर संक्राति पर्व के पहले दिन से ही नाम यज्ञ का भी शुभारंभ हो चुका है।
मेले की खास बात यह है कि यहां दर्शन और स्नान करने आने वाले भक्तों के लिए रसोई में 24 घंटे भोजन की व्यवस्था रहती है। भोजन कराने की सारी जिम्मेदारी पोरथवासी ने संभाल ली है। ग्रामीणों का अनुमान है 15 जनवरी की सायं 4 बजे तक वे 50 हजार से ज्यादा भक्तों को भोजन करा देंगे। इसकी तैयारी उन्होंने पहले से ही मौके पर ही कर रखी है। भक्तों से मिले चावल, दाल और सब्जी से ही 24 घंटे के महाभंडारे में भक्तों को भोजन कराया जाता है। महाभंडारे की व्यवस्था पोरथावासी ही संभाल रहे हैं। बुजुर्ग मानिटरिंग कर रहे हैं। युवाओं को भोजन परोसने और बनाने की जिम्मेदारी दी है। सब्जी काटने का मोर्चा गांव की महिलाओं ने संभाल रखा है। महाभंडारे में कोई व्यवधान न आए इसलिए गांव के अन्य लोगों को बारी-बारी से काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बुजुर्ग, युवक व महिलाएं सभी अतिथियों की सेवा मिलकर कर रहे हैं। बड़े बुजुर्ग इस आयोजन को अपनी पुरानी परंपरा से जोडक़र मानते है।
भक्तों को गुरुधाम व प्राचीन ऋषि पत्र का मिल रहा दर्शन
पोरथ धाम पधारे श्रद्धालुओं को यहां ऋषि पत्र के दर्शन, महानदी पर गंगा स्नान, कृष्ण भक्तिभाव से समर्पण गुरुधाम का दर्शन करने को मिल रहा है। मंदिर के आसपास कई प्राचीन मूर्तियां रखी हुई है जिसे देख कर इस स्थल के पुरातात्विक महत्व का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। इस मेले में ओडिशा, छग के महासमुंद जिले व जांजगीर व कोरबा तक के लोग पहुंचते हैं।
ओडिसा से भक्त नाव से सफर करके पहुँचे पोरथ धाम
महानदी के दूसरे तट पर बसे ओडिशा के लोग भी पोरथ मेला पहुंचते हैं। वर्तमान में महानदी के इस छोर आने के लिए एक मात्र सहारा नाव ही है। ऐसे में ओडिशा राज्य के सेमलिया, कोडक़ेला, मोहंदी, मेहुलपाली, चांटीपाली, कंडेकेला, शरधा सहित एक दर्जन गांवों के लोग नाव से करीब 50 किमी दूरी सफर कर पोरथ तक पहुंचते हैं।
नौका विहार बना आकर्षण का केन्द्र
महानदी तट पर नाव से विहार करना बच्चों, महिलाओं व बड़े बुजुर्गों के मन को भी आकर्षित कर रहा है। बड़ी संख्या में लोग नाव से नदी भ्रमण करने का आनंद उठाते दिख रहे है।
पोरथ धाम बना आस्था व श्रद्धा का केन्द्र
आज महाआरती में शामिल होंगे हजारों लोग, नौका विहार, मंदिर दर्शन व मेला देखने जुटा भक्तों का हुजूम
