रायगढ़। विधानसभा चुनाव के बाद रायगढ़ शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सहित शहर के समुचित विकास को लेकर आम लोगों की उम्मीदें बढ़ गई है। रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के ओपी चौधरी की बम्पर जीत के साथ ही छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार की वापसी से आम जनता में विकास के नए विजन को धरातल पर उतरने संभावना बढ़ गई है। औद्योगिक जिले के रूप में विकसित हो रहे रायगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं हैं। ऐसे में रायगढ़ क्षेत्र के समग्र विकास की उम्मीद लंबे अरसे से की जा रही है। बताया जाता है रायगढ़ शहर सहित शहर से लगे आसपास के इलाकों में भारी वाहनों की रेलमपेल से जहां दुर्घटना की आशंका बढ़ती जा रही है, वहीं शहर के भीतर सभी प्रमुख मार्गों और चौक चौराहों पर अव्यवस्थित ट्रैफिक से लोगों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा है।
इस स्थिति में भाजपा की सरकार बनने के साथ रायगढ़ का नेतृत्व भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक ओपी चौधरी के नए विजन के साथ विकास की अवधारणा को लेकर आम लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई। रायगढ़ शहर में पिछले कई वर्षों से ट्रैफिक का दबाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। लेकिन शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने की दिशा में अब तक सार्थक पहल नहीं हो पाई। जिससे शहर के भीतर रामनिवास टाकिज चौक से रवि शंकर मार्केट, सुभाष चौक, हटरी चौक, लालटंकी रोड, कोतवाली मार्ग, हण्डी चौक, सुभाष चौक से गांधी प्रतिमा चौक, स्टेशन रोड तक ट्रैफिक के बढ़ते दबाव से लोगों को अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। बताया जाता है कि नगर निगम प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं की जा सकी। जिससे सडक़ों पर लगातार अतिक्रमण की शिकायत मिलती रहती है। शहर में ट्रैफिक का दबाव बढऩे के साथ सडक़ों के संकरे होने पर अतिक्रमण हटाने की कोई प्रशासनिक पहल लंबे अरसे से नहीं की जा सकी। जिससे लोगों में भाजपा शासनकाल में शहर के भीतर सुगम आवागमन के लिए सडक़ों पर लगातार हो रहे अतिक्रमण की कार्यवाई होने की उम्मिद की जा रही है।
बताया जाता है कि शहर में दो पहिया वाहनों के साथ बड़ी तादाद में चार पहिया वाहनों के आवागमन से ट्रैफिक व्यवस्था चरमराती जा रही है। लेकिन प्रशासन की ओर से व्यवस्थित पार्किंग की व्यवस्था अब तक नहीं हो पाई है। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भोगना पड़ रहा है। शहर के प्रमुख मार्गों के किनारे संचालित दुकानों एवं प्रतिष्ठानों में जहां पार्किंग की सुविधा नहीं है वहीं दुकानों के बाहर व्यपारियेां के द्वारा बड़ी तादाद में सामान बिखेर कर रखने की बड़ी समस्या लंबे अरसे से सामने आ रही है। जिससे प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाती है। जिससे ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने सडक़ चौड़ीकरण की मांग भी लगातार उठाती रही है। लेकिन प्रशासन की ओर से ऐसी कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की जा सकी है। सबसे ज्यादा समस्या शहर के पुराना शनिमंदिर मार्ग से सुभाष चौक, सुभाष चौक से गद्दी चौक, कोतवाली मार्ग और सुभाष चौक से स्टेशन चौक तक ट्रैफिक का दबाव हमेशा रहता है। हालांकि इस सडक़ मार्ग के बीचो-बीच डिवाइडर लगाए गए हैं, लेकिन डिवाइडर लगाए जाने से सडक़ की चौड़ाई और कम हो गई है। जिससे अक्सर सडक़ पर जाम की स्थिति बन जाती है। इसे लेकर अब लोगों में भाजपा की नई सरकार के आने के बाद सार्थक पहल होने की उम्मीद की जा रही है।
बाजारों में भी अतिक्रमण से परेशानी
शहर के संजय काम्पलेक्स दैनिक सब्जी बाजार में पार्किंग सुविधा नहीं होने के कारण दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। बताया जाता है कि संजय काम्पलेक्स दैनिक सब्जी बाजार में प्रवेश के सभी मार्गों पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण है। जिससे आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। दूसरी तरफ मनिहारी और कपड़ा बाजार के ज्यादातर कारोबारी सडक़ पर सामानों की नुमाइश लगाए रहते हैं। इसी तरह कारगिल चौक से पुराना श्याम टॉकीज़ मार्ग पर सडक़ के दोनों तरफ अतिक्रमण होने से दो पहिया वाहनों को खड़ा करने के लिए जगह उपलब्ध नहीं की स्थिति में दुकान में खरीदारी करने आने वाले लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। यही स्थिति रामनिवास टॉकीज चौक से गांधी प्रतिमा मार्ग की है जहां कारोबारी द्वारा चार पहिया वाहनों को सडक़ किनारे पार्क कर दिया जाता है। जिससे हमेशा इस मार्ग पर आवागमन में बाधा उत्पन्न होती है। शहर के कोतरारोड से दशरथ पान ठेला तक सडक़ किनारे चार पहिया वाहनों की पार्किंग से आवागमन बाधित होती है। बताया जाता है कि इस मार्ग पर भी सडक़ के बीच डिवाइडर लगाई गई है। लेकिन व्यापारी दुकानों के बाहर तक सामान बिखेर कर रख देते हैं जिससे सडक़ पर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। उधर केवड़ाबाड़ी से ढिमरापुर चौक तक अलग-अलग स्थान पर सडक़ पर जाम की स्थिति बनती है। आवागमन को सुचारू बनाने की दिशा में पार्किंग व्यवस्था के साथ आवश्यकता अनुरूप अतिक्रमण हटाए जाने की मांग होती रही है। इसी तरह जूटमिल क्षेत्र में चौड़ी सडक़ बनने के बाद भी सडक़ पर अतिक्रमण करने का दौर थम नहीं पाया है। जिससे ट्रैफिक व्यवस्था बाधित रहती है।
शहर के बाहर रिंग रोड का निर्माण जरूरी
शहर के बाहर भारी वाहनों के लिए रिंग रोड की मांग लंबे अरसे से उठ रही है। लेकिन प्रशासनिक दृष्टि से इस दिशा में अब तक कोई सार्थक पहल नहीं हो सकी है। जिससे शहर के भीतर से भारी वाहनों का आवागमन अनवरत जारी है। बताया जाता है कि शहर के पूर्वी इलाके में कई औद्योगिक संस्थान है जहां से भारी वाहनों का आवागमन शहर के भीतर से किया जा रहा है। इसी तरह ढिमरापुर चौक से सारंगढ़ मार्ग की ओर आने वाले भारी वाहनों को शहर के कोतरारोड ओवर ब्रिज से आगे बढऩा पड़ता है। जिससे ढिमरापुर से कोतरारोड थाना तक कक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। उधर घरघोड़ा मार्ग से भारी वाहनों का आवागमन रामपुर मार्ग से चक्रधर नगर क्षेत्र की ओर अनवरत किया जा रहा है। रिहायशी इलाकों से भारी वाहनों की आवागमन के चलते बड़ी सडक़ दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। जिससे शहर के बाहरी हिस्से से भारी वाहनों के आवागमन के लिए रिंग रोड की मांग लंबे अरसे से की जा रही है। अब भाजपा की सरकार बनने पर स्थानीय लोगों में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए रिंग रोड का निर्माण कराया जाने की उम्मीद बढ़ गई है। बताया जाता है कि रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के ओपी चौधरी के विधायक निर्वाचित होने से स्थानीय लोगों में शहर के भीतर और बाहरी क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में सार्थक पहल होने को लेकर विश्वास बढ़ गया है। माना जा रहा है की रिंग रोड का निर्माण होने के साथ ही शहर के केवड़ाबाड़ी स्थित बस स्टैंड का व्यवस्थापन सुनिश्चित हो सकता है। जिससे शहर के भीतर बसों के आवागमन की समस्या भी दूर हो सकती है।
शहर में ट्रैफिक समस्या को लेकर उठने लगी चौड़ीकरण की आवाज
भाजपा के नए विधायक ओपी से विकास के नए विजन की उम्मीद, सडक़ और ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त नहीं होने हो रही परेशानी
