रायगढ़। सरिया क्षेत्र के सेवानिवृत शिक्षक गण एवं गैर राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा सरिया में प्रेस वार्ता का आयोजन कर क्षेत्र के लोगों को शत प्रतिशत मतदान करने का आव्हान किया है। सेवानिवृत कर्मचारियों ने कहा कि सरकार द्वारा सरिया क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है।
सरिया में कल 15 नवंबर बुधवार शाम चार बजे सेवानिवृत्ति कर्मचारियों ने नवीन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ एवं रायगढ़ जिला के संबंध में अपना विचार रखते हुए कहा कि सरकार ने नवीन जिला निर्माण करते समय सरिया क्षेत्र के साथ धोखा किया है। जिसका परिणाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। सरिया क्षेत्र हमेशा से ही शालीनता के साथ अपनी मांग को रखा। लेकिन माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने घोषणा के अनुरूप कार्य न करते हुए क्षेत्र के साथ धोखा किया है। आज नगर के सेवानिवृत कर्मचारी रघुनाथ प्रधान शिक्षक के घर में सेवानिवृत कर्मचारियों ने पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। जिसमें कर्मचारियों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सरिया क्षेत्र के 31 ग्राम पंचायतों एवं 59 बूथ के लोग रायगढ़ जिला में रहना चाहते थे। इसके लिए पवित्र नवाखाई त्यौहार के दिन मुख्यमंत्री इस क्षेत्र के हजारों लोगों को मुख्यमंत्री निवास बुलाकर आश्वस्त किया था कि, सरिया क्षेत्र रायगढ़ में ही रहेगा तथा इसके लिए प्रकिया के तहत के कार्य करने का उन्होंने आश्वासन दिया था। जिसमें क्षेत्र के सभी पंचायत के प्रस्ताव, ग्राम सभा का प्रस्ताव, नगर पंचायत का प्रस्ताव ,दावा आपत्ति के साथ पेश किया गया। तथा 65 दिनों तक जनपद पंचायत बरमकेला के सामने क्षेत्र के लोगों ने धरना देकर मांग किया गया कि सरिया क्षेत्र को रायगढ़ जिला में यथावत रखा जाए। जिसमें करीब 18 हजार लोगों ने स्वयं उपस्थित होकर व्यक्तिगत आवेदन दिया था। इसके बाद क्षेत्रीय विधायक ने कहा था कि रायगढ़ जिला में ही रहेंगे। परंतु सरिया क्षेत्र को सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला में रख दिया गया। उक्त प्रेस वार्ता में छत्तीसगढ़ लेखक संघ के महासचिव एवं सेवानिवृत शिक्षक त्रिलोचन पटेल , रघुनाथ प्रधान सेवानिवृत शिक्षक, साहेब राम प्रधान सेवानिवृत्त शिक्षक एवं तुलाराम साहा, ने भी संबोधित किया।