रायगढ़। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कोतरा में मोटिवेशनल कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर प्रतीक प्रकाश गुप्ता जिन्होंने हाल में ही, ताइवान देश से मास्टर डिग्री इंजीनियरिंग में एवं पीएचडी की उपाधि भी इंजीनियरिंग में हासिल की। इंजीनियरिंग में पीएचडी भारत देश में बहुत कम लोग ही करते हैं। जिसमें से एक हमारे रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम खार के निवासी, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम कोतरा में पदस्थ अंग्रेजी के वरिष्ठ व्याख्याता सीताराम गुप्ता के बेटे हैं। जिन्होंने अपने माता-पिता, अपने क्षेत्र तथा जिले का नाम पूरे प्रदेश, देश-विदेश में रोशन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम भी आपकी तरह सरकारी स्कूल में पढ़े, बचपन से ही मुझे विज्ञान के क्षेत्र में रुचि थी। इसलिए मैंने इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। लगन और मेहनत के साथ दिन-रात मेहनत के बाद जब कॉलेज टॉप किया तो स्कॉलरशिप बेस पर मुझे ताइवान देश में मास्टर डिग्री करने का अवसर मिला, जिज्ञासा और अपने फील्ड में बेहतर कोर्य करने के लिए मेरी रुचि पढ़ते-पढ़ते रिसर्च की ओर बढ़ी। फिर मैंने ताइवान में ही रहकर इंजीनियरिंग पीएचडी की उपाधि हासिल की। और वहीं पर मुझे नौकरी भी मिल गई। उन्होंने अपनी पूरी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया। विद्यार्थियों से कहा की सफल होने के लिए टॉपर्स होना जरूरी नहीं है। बस अपने लक्ष्य के प्रति लगातार आगे बढ़ते रहना हमेशा एवरेज स्टूडेंट ही बहुत अच्छा परिणाम देते हैं, बशर्त यह है कि अपने लक्ष्य के प्रति लगातार आगे बढ़ते रहें। मैं भी शुरू में पढऩे में बहुत एवरेज स्टूडेंट था लेकिन सीखने का जुनून और पढऩे की इच्छा ने मुझे इस काबिल बनाया है। जब हम एक सरकारी स्कूल में पढकर देश-विदेश में अपने प्रदेश का नाम रोशन कर सकते हैं तो आप लोग क्यों नहीं। आप सभी अपने लक्ष्य को निर्धारित कर निरंतर आगे बढक़र अपना लक्ष्य हासिल कर, माता-पिता एवं अपने गुरुजनों का नाम रोशन करें। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता वीर सिंह द्वारा किया गया। अंत में विद्यालय के प्राचार्य जे.एल. नायक ने पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिन्ह देकर डॉक्टर प्रतीक प्रकाश गुप्ता को सम्मानित किया और कहा कि हमारे ही बीच का व्यक्ति एक उदाहरण बनकर आप लोगों के सामने खड़ा है। आप भी भविष्य में एक प्रेरणा बनिए और 10वीं 12वीं परीक्षा में टॉप टेन में नाम लाकर, विद्यालय का नाम रोशन करिए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी का योगदान सराहनीय रहा।