बिलासपुर। भारतीय रेल के राजस्व की सुरक्षा, पारदर्शिता सुनिश्चित करने तथा ईमानदार यात्रियों के हितों की रक्षा के उद्देश्य से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल में टिकट धोखाधड़ी के विरुद्ध विशेष एवं सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। टिकट जांच कर्मचारियों द्वारा हाल ही में उजागर की गई धोखाधड़ी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया गया है। इस विशेष अभियान का संचालन वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री अनुराग कुमार सिंह के निर्देशन में किया जा रहा है। उन्होंने मंडल के सभी टीटीई एवं वाणिज्य कर्मचारियों को अत्यधिक सतर्कता बरतने के स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उनके निर्देशानुसार ट्रेनों एवं स्टेशनों पर प्रत्येक यात्री टिकट के क्यूआर कोड की अनिवार्य जांच, एचएचटी के माध्यम से पीएनआर का ऑनलाइन सत्यापन तथा टिकटों की गहन पड़ताल की जा रही है।
अभियान के दौरान विशेष रूप से स्क्रीनशॉट आधारित नकली मोबाइल टिकट, रेलवे पास एवं अन्य रियायती कोटों के दुरुपयोग, ह्रक्च॥स् अथवा पैंट्री यूनिट द्वारा अनधिकृत रूप से यात्रियों को ले जाने की घटनाओं तथा यात्रियों के पहचान पत्रों की अनिवार्य जांच पर विशेष फोकस किया जा रहा है। इसके साथ ही रेलवे राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाले अन्य सभी संभावित तरीकों पर भी सख्त निगरानी रखी जा रही है। विशेष अभियान के अंतर्गत आज लगभग 222 यात्रियों को बिना टिकट अथवा अनियमित टिकट के यात्रा करते हुए पकड़ा गया, जिनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की गई। फर्जी टिकट के साथ यात्रा करना दंडनीय अपराध है, तथा गंभीर मामलों में दोषियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कारावास का भी प्रावधान है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। मंडल रेल प्रशासन सभी यात्रियों से अपील करता है कि वे अनधिकृत व्यक्तियों अथवा एजेंटों से टिकट न खरीदें तथा केवल अधिकृत एवं मान्य माध्यमों से ही टिकट लेकर यात्रा करें। जागरूक नागरिक की भूमिका निभाते हुए रेलवे प्रशासन को सहयोग प्रदान करें, जिससे सुरक्षित, पारदर्शी एवं ईमानदार रेल यात्रा सुनिश्चित की जा सके।
टिकट चेकिंग कर्मचारियों की पैनी नजर से नहीं बच पाएंगे फर्जी टिकट यात्री



