रायगढ़। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, छत्तीसगढ़ (सिक्रेट) शंकर नगर, रायपुर के निर्देशानुसार पश्चिम भारत विज्ञान मेला का जोन स्तरीय आयोजन आज दिनांक 8 नवम्बर 2025 को पीएम श्री नटवर स्कूल रायगढ़ में उत्साह, नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ भव्य रूप से संपन्न हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन कर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. के. वी. राव ने किया। इस अवसर पर उनके साथ डीएमसी आलोक स्वर्णकार, जिला नोडल अधिकारी पश्चिम भारत विज्ञान मेला भुवनेश्वर पटेल, एवं जिला परियोजनाअधिकारी (साक्षर भारत) देवेंद्र वर्मा की गरिमामय उपस्थिति रही।कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती से ज्ञान, बुद्धि और सृजनशीलता की कामना के साथ हुई।डॉ. के. वी. राव ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा हर बच्चा एक वैज्ञानिक है, बस उसमें प्रयोग करने की भावना और जिज्ञासा जगाने की जरूरत है।उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान एवं गणित विषयों को अपनाने और प्रयोगधर्मी दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित किया। डीएमसी आलोक स्वर्णकार ने कहा विज्ञान केवल विषय नहीं, बल्कि जीवन की समझ और अनुभव का माध्यम है। जब बच्चा प्रश्न पूछता है और समाधान खोजता है, तभी विज्ञान जीवंत होता है।
जिला नोडल अधिकारी पश्चिम भारत विज्ञान मेला भुवनेश्वर पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा विद्यार्थियों के सच्चे मार्गदर्शक सिर्फ माता-पिता और शिक्षक ही होते हैं, जो हमेशा उनके भविष्य के लिए बेहतर सोचते हैं। शिक्षक को अपनी गरिमा और मिशन के प्रति समर्पित होकर कार्य करना चाहिए, तभी शिक्षा का असली उद्देश्य पूरा होगा।उन्होंने आगे कहा कि प्रयोग के माध्यम से सीखना ही सच्ची शिक्षा है, और यह मेला विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि, जिज्ञासा और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने वाला प्रभावशाली मंच है।
कार्यक्रम का सफल संचालन विजया पंडा मैडम द्वारा अत्यंत गरिमामय एवं प्रभावशाली ढंग से किया गया। इस आयोजन में रायगढ़, जशपुर और सारंगढ़ जिलों के चयनित विद्यार्थियों ने विज्ञान नाटिका, प्रश्न मंच, विज्ञान प्रदर्शनी तथा सतत कृषि, अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक के विकल्प, गणितीय मॉडलिंग, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, उभरती प्रौद्योगिकी एवं जल संरक्षण जैसे विषयों पर अपने नवाचार मॉडल प्रस्तुत किए।
निर्णायक मंडल ने विद्यार्थियों के वैज्ञानिक दृष्टिकोण, तार्किक सोच और प्रस्तुति की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम संयोजक श्रीमती किरण मिश्रा एवं निर्णायक मंडल के प्रभारी राकेश दुबे ने परिणाम की जानकारी देते हुए बताया विधा विज्ञान: मॉडल विकसित और आत्मनिर्भर भारतउप कथानक: सतत कृषिप्रथम- रीमा सिंह (चरईडांड, जशपुर)द्वितीय- कु. वैदांती वर्मा (पीएमश्री खरसिया, रायगढ़) तृतीय- दिप्ती प्रजापती (शा.उ.मा.वि. सारंगढ़)उप कथानक- अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक के विकल्प प्रथम- नीलध्वज सोनी (शा.उ.मा.वि. हरदी, सारंगढ़)द्वितीय – दिगविजय सिंह (सेजेस घरघोड़ा), उप कथानक- हरित ऊर्जा, प्रथम- भूमिका पटेल (पीएमश्री नटवर इंग्लिश स्कूल, रायगढ़) द्वितीय- दिव्या कुर्र (शा.उ.मा.वि. सारंगढ़)तृतीय – शिवम चिक बडाईक (शा.उ.मा.वि. गम्हरिया), उप कथानक: उभरती हुई प्रौद्योगिकी प्रथम – विमल प्रधान (शा.उ.मा.वि. सरिया) द्वितीय- आशीष वर्मा (पीएमश्री नटवर इंग्लिश स्कूल, रायगढ़)तृतीय – सत्यम बघेल (सेंट मेरी स्कूल, जशपुर) उप कथानक: मनोरंजनात्मक गणितीय मॉडलिंग प्रथम- सैफी परवीन (सेजेस बगीचा, जशपुर)द्वितीय – ध्रुव महेश (शा.उ.मा.वि. हरदी) तृतीय वर्षा जांगड़े (शा.उ.मा.वि. सारंगढ़)उप कथानक: स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रथम- नकुल जोलहे (शा.उ.मा.वि. हरदी) द्वितीय- दुर्गा नाई (सेजेस चपले)तृतीय – आराधना सिदार (शा.उ.मा.वि.कपरतुगा, सारंगढ़) उप कथानक: जल संरक्षण और प्रबंधन प्रथम- कबीर जोलहे (शा.उ.मा.वि. हरदी)द्वितीय अमीत राम (शा.उ.मा.वि. बासनटोला, जशपुर) तृतीय – अनमोल ठाकुर (सेजेस कुंजेमुरा, रायगढ़) व्यक्तिगत प्रोजेक्ट, प्रथम-कु. कनक रावत (सेजेस खरसिया, रायगढ़) द्वितीय- प्रवीण निराला (शा.उ.मा.वि. हरदी, सारंगढ़) तृतीय-रितिक कुमार यादव (शा.उ.मा.वि. बरजोर, जशपुर), टीम प्रोजेक्ट (टीम प्रोजेक्ट)प्रथम- आरती भगत, दीपांजली भगत, भूमि पटेल (शा.क.उ.मा.वि. पंडरीपानी, जशपुर) द्वितीय- त्रिदेव यादव (पीएमश्री कोंड़ातराई, रायगढ़)तृतीय (शा.उ.मा.वि. सरिया, सारंगढ़) विज्ञान प्रश्न मंच, प्रथम मनीष चौहान, शिवम दुबे, प्रीतम गुप्ता, नेहा पटेल (शा.उ.मा.वि. बरलिया, रायगढ़)भारत विज्ञान नाटिका, रीना रातिया, मोनिका निषाद, पुष्कर सिदार, लिकम सिदार, दिव्या यादव, हरिप्रिया यादव, आरती निषाद, सुमन निषाद टी एल एम- राजेन्द्र कलेत (व्याख्याता), पीएमश्री नटवर स्कूल रायगढ़, प्रथम स्थान- पीएमश्री नटवर इंग्लिश स्कूल, रायगढ़ इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला परियोजना अधिकारी साक्षर भारत देवेंद्र वर्मा, एपीसी भूपेंद्र पटेल, बीआरसी मनोज अग्रवाल, जिला सहायक नोडल अधिकारी वीर सिंह एवं कार्यक्रम संयोजक श्रीमति किरण मिश्रा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।कार्यक्रम ने विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और नवाचार की भावना को जगाने के साथ-साथ उन्हें भविष्य के वैज्ञानिक, नवोन्मेषक और खोजकर्ता बनने की दिशा में प्रेरित किया।
पश्चिम भारत विज्ञान मेला का जोन स्तरीय कार्यक्रमसंपन्न
रायगढ़, जशपुर और सारंगढ़ जिलों के विद्यार्थियों ने लिया भाग, चयनित विद्याथीयों की सूची जारी



