सारंगढ़। पं. लोचन प्रसाद पांडेय शा स्ना महाविद्यालय के सात दिवसीय एनएसएस शिविर के चौथे दिन जिले के संवेदनशील कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे शामिल हुए और शामिल होकर छात्र-छात्राओं को मोटिवेट किये। उनके उपस्थिति मात्र से शिविर में शामिल छात्रों में एक अलग ही उत्साह नजर आया तो शिविर की खास बात यह रही कि ग्रापं रामटेक के आश्रित ग्राम गंधराचुआ में पहली बार आईएएस अधिकारी कलेक्टर पहुंचे हैं। जिन्हें देखने के लिए शिविर के बीच ग्रामीण जन और महिलाएं भी शामिल रही। उक्त शिविर के मंच में शिक्षा शर्मा डिप्टी कलेक्टर, लोकेश्वर पटेल प्राचार्य एवं एनएसएस एनसीसी जिला प्रभारी, श्रीमती कौशल्या श्याम पटेल सरपंच, गोल्डी नायक आई क्यूएसी समिति सदस्य मवि. एवं कार्यक्रम के संचालक एनएसएस प्रभारी उसतराम पटेल तथा डॉ खूबचंद बघेल किसान सम्मान से सम्मानित गांव के वरिष्ठ किसान खेम राज पटेल व शिक्षक विशेष रूप से शामिल रहे।
एनएसएस प्रभारी उसत राम पटेल एवं छात्र कमलेश महिलाने एनएसएस प्रभारी ने जिला कलेक्टर एवं सभी आगंतुक अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंटकर अभिवादन किया। महाविद्यालय के प्राचार्य एनएसएस के प्रभारी और ग्रामीणों ने पहली बार गांव में कलेक्टर के आगमन पर साल और श्रीफल से उनका सम्मान किया। जिला कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने माता सरस्वती, छग महतारी एवं स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छत्तीसगढ़ महतारी राजकीय गीत से कार्यक्रम शुभारंभ हुआ तथा छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया। छात्राओं ने छग एवं सुवा स्वागत नृत्य की प्रस्तुति दी।
मंच को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना छात्र-छात्राओं की प्रारंभिक शैक्षणिक गति विधियों में अनुशासित रहने, किसी भी कार्य को अच्छे ढंग से करने की शिक्षा, लोगों के बीच जन जागरूकता को बढ़ावा देना व उनके मनोबल को बढ़ाने की दिशा में बहुत बड़ा साधक है। आप छात्र 7 दिन तक के शिविर में रहेगे आप में आत्मबल बढ़ेगा और अन्य छात्रों से आपका बॉडी लैंग्वेज आपकी कार्य कुशलता अलग नजर आती है। मैं भी एनसीसी से जुड़ कर सी सर्टिफिकेट प्राप्त छात्र रहा हूं। छात्र जीवन सीखने और आगे बढऩे का स्वर्णिम पल होता है। जब तक आप कड़ी मेहनत नहीं करेंगे सुख सुविधाओं का परित्याग कर अपने लक्ष्य के पीछे मोटिवेट नहीं होंगे, तब तक आप अपने परिवार के देश और समाज के विकास में सहायक नहीं बन पाएंगे, अच्छे जगह में नहीं पहुंच पाएंगे, अपने लक्ष्य को नहीं प्राप्त कर पाएंगे। आपने सूरज को देखा होगा सूरज दिन भर प्रचंड गर्मी में तपता है, जलता है और जलने के बाद सारे संसार को रोशन करता है, प्रकाश फैलाता है इसलिए अगर आपको सूरज बनना है तो सूरज की तरह तपना होगा जलना होगा।
सूरज जैसा बनना है तो सूरज जैसा तपना होगा : डॉ कन्नौजे कलेक्टर



