जशपुरनगर। जिले में ऑपरेशन अंकुश के तहत् पुलिस ने गांजा तस्करी मामले में फरार तीन आरोपियों को सुंदरगढ़ उड़ीसा से ढूंढ लाई है, गिरफ्तार आरोपियों में एक ही परिवार के दो महिला सहित एक पुरुष शामिल हैं, पुलिस की छापेमारी के दौरान, राम प्रताप यादव की पत्नी, बेटी व बहु ने पुलिस से किया था विवाद, घर को ताला बंद कर हो गए थे फरार जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार 25 अगस्त को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी,कि थाना बागबहार क्षेत्रांतर्गत ग्राम कुकरगांव निवासी आरोपी राम प्रताप यादव, जो कि निगरानी बदमाश है, अवैध रूप से गांजा तस्करी के कारोबार में संलिप्त है, व अपने घर में बिक्री के लिए, गांजा को छुपाकर रखा है, जिस पर बागबहार पुलिस के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर, पुलिस टीम के साथ निगरानी बदमाश की चेकिंग हेतु, ग्राम कुकरगांव, मोहनीपुरी, में आरोपी रामप्रताप यादव के घर रवाना हुए, पुलिस जब निगरानी चेकिंग हेतु आरोपी राम प्रताप के घर पहुंची, तो राम प्रताप व उनके परिजनों के द्वारा, पुलिस को देख, जबरन पुलिस के साथ वादविवाद करते हुए, अपने घर को ताला मारकर, फरार हो गए थे, पुलिस को संदेह होने पर, पुलिस के द्वारा विधिवत ताला तुड़वाकर जब घर के तलाशी ली गई तो, वहां सोफे के नीचे, कूलर के अंदर व आंगन में खड़ी सफेद रंग की स्कॉर्पियो वाहन क्रमांक सीजी-14 एमडी-5804 में प्लास्टिक की पोलीथीन में बांध कर छिपाकर रखा हुआ,16 किलो अवैध मादक पदार्थ गांजा मिला था। जिसकी बाजार में कीमत लगभग 04 लाख 50 हजार रुपए है, पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ गांजा सहित, तस्करी में प्रयुक्त स्कॉर्पियो वाहन व एक स्कूटी को भी जप्त किया है।
मामले में पुलिस के द्वारा आरोपियों के विरुद्ध थाना बागबहार में 8,20(बी)(2) (सी),29 एन डी पी एस एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया था। विवेचना के दौरान पुलिस ने मुख्य आरोपी निगरानी बदमाश रामप्रताप यादव उम्र 50 वर्ष निवासी कुकरगांव, मोहिनीपूरी, को हिरासत में लेकर, उसके अपराध स्वीकार करने व प्रयाप्त अपराध सबूत पाए गए पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा था। पुलिस ने मामले में फरार अन्य आरोपियों को भी चिन्हित कर लिया था, जिसमें की आरोपी राम प्रताप यादव की पत्नी आरोपिया गुलाबी यादव, बेटा आरोपी नूरपति यादव, व बहु शांति बाई शामिल थे, जो कि घटना दिनांक से ही फरार थे, पुलिस लगातार उनकी पातासाजी कर रही थी व उनके छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी।
इसी दौरान 10 अक्टूबर को पुलिस को मुखबीर से पता चला कि उक्त आरोपिगण जिला सुन्दरगढ़ उड़ीसा स्थित एक ग्रामीण क्षेत्र वलींगा में छिपे हुए हैं, जिस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह के दिशा निर्देश पर तत्काल थाना बागबहार की पुलिस टीम के द्वारा सुंदरगढ़ उड़ीसा, जाकर, ग्राम वलींगा से उक्त तीनों फरार आरोपियों को हिरासत में लेकर वापस लाया गया। पुलिस की पूछताछ पर उक्त तीनों आरोपियों ने बताया कि, उक्त गांजा को, उनके पास रायगढ़, जिला क्षेत्रांतर्गत रहने वाले एक व्यक्ति के द्वारा आरोपियों को बिक्री हेतु लाया गया था, पुलिस ने आरोपियों की निशानदेहि पर उक्त संदेही व्यक्ति को चिन्हित कर लिया है, जो कि फरार है, पुलिस की पता साजी जारी है, शीघ्र ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले की कार्यवाही व आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी बागबहार निरीक्षक अशोक शर्मा, सहायक उप निरीक्षक रामप्रसाद साहू, प्रधान आरक्षक लव चौहान, महिला प्रधान आरक्षक अलिका पैंकरा, आरक्षक पवन पैंकरा व अजय खेस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस ने बागबहार क्षेत्र में गांजा तस्करी के मामले में फरार तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है, मामले में एक अन्य आरोपी फरार है, उसकी पातासाजी, की जा रही है व शीघ्र ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जावेगा,नशे के कारोबार में संलिप्त किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
गांजा तस्करी के फरार तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने एक ही परिवार के तीन आरोपियों को सुंदरगढ़ उड़ीसा से पकड़ कर लाई पुलिस
