रायगढ़। शारदीय नवरात्र में नगर में इस वर्ष भी दर्जनों दुर्गा पंडाल बनाया गया हैं। उनमें मां के विभिन्न रूपों की मूर्तियां स्थापित होंगी। नगर व ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित होने वाली मूर्तियों को मूर्तिकार बनाने में जुटे हुए हैं। मूर्तियों को कलाकार अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। वहीं,मूर्तियों में साज-सज्जा का कार्य चल रहा है। पर्व की रौनक लौटने से मूर्तिकारों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि विगत 15 अक्टूबर से नवरात्र पर्व शुरू हो गया है। जिससे शक्ति की भक्ति का पर्व नवदुर्गा उत्सव 21 अक्टूबर से प्रारंभ होगा। जिसे लेकर जहां पंडाल समिति पंडालों को अंतिम रूप में देने लगे हैं तो वहीं मूर्तिकारों ने मां दुर्गा की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। जो रविवार से नगर के पंडालों में वेद-मंत्रोच्चारण के साथ मां दुर्गा के प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा। जिसकी लगभग सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गई है। इस संबंध में कोलकाता से आए मूर्तिकारों ने बताया कि विगत दो माह से रायगढ़ में आकर माता के प्रतिमाओं का निर्माण कर रहे हैं। वहीं पहले कोरोना के चलते छोटी मूर्तियां बनाई जा रही थी, जिससे इनको कुछ खास कमाई नहीं हो पा रही थी, लेकिन अब मूर्तियों की ऊंचाई का सीमा समाप्त होने के बाद छह से सात फीट ऊंची प्रतिमा तैयार की गई है। साथ ही इस बार मां दुर्गा के प्रतिमा के साथ और तीन-चार अलग-अलग देवी-देवताओं की प्रतिमा बनी है जो लोगों को अपनी ओर आक्रशित करेगी। हालांकि कई मूर्तियों की तो पहले से ही बुकिंग हो गई थी, लेकिन मूर्तिकार बगैर आर्डर के भी इस बार प्रतिमा तैयार किए हैं, जिसकी बिक्री अभी से शुरू हो गई है। वहीं कलाकारों का कहना है कि करीब चार साल बाद फिर से लोगों में दूर्गा पूजा को लेकर पहले की तरह उत्साह जागा है, जिससे अच्छी बिक्री की उम्मीद है। साथ ही मूर्तिकारों का कहना था कि से गणेश पूजा के पहले शहर आते हैं और दीपावली के बाद वापस लौट जाते हैं, जिससे इन दो-तीन माह कड़ी मेहनत कर पूरे साल का खर्च निकाल लेते है।
इस संबंध में मूर्तिकारों ने बताया कि इस बार नवरात्र पर्व को लेकर और लोगों के मांग के अनुरूप पांच से सात फीट ऊंचाई प्रतिमा तैयार कि गई है। साथ ही मां दुर्गा के प्रतिमा के साथ तीन-चार और प्रतिमाएं भी बनाई गई, जिससे प्रतिमाओं का रेट 50 हजार से लेकर सवा लाख रुपए तक रखी गई है। साथ ही मूर्तिकलाकारों का कहना था कि कोविड काल के बाद से रॉ-मटेरियल का भी रेट काफी बढ़ गया है, जिसके चलते प्रतिमाओं में खर्च ज्यादा आ रहा है, जिसके चलते अन्य सालों की अपेक्षा इस बार प्रतिमाओं का रेट दो से तीन गुना बढ़ा हुआ है।
शुक्रवार रात से उठने लगेगी प्रतिमा
इस संबंध में मूर्तिकारों का कहना था कि शनिवार से पंडालों में माता को विराजमान किया जाएगा, जिसके लिए विगत तीन दिनों से दिन रात काम चल रहा है। ऐसे में अब ज्यादातर प्रतिमाओं को अंतिम रूप दे दिया गया है, अब हल्का-फुल्का काम बचा हुआ है, जो शुक्रवार तक पूरा हो जाएगा और शुक्रवार देर रात तक प्रतिमाएं पंडाल पहुंचने लगेगी।
मां दुर्गा के प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार
बाहर से आए मूर्तिकार एक से बढकऱ एक तैयार कर रहे माता का प्रतिमा, रॉ-मटेरियल बढऩे से प्रतिमाओं के भी बढ़े दाम
