खजरी। शिक्षित, संस्कारिक एवं धार्मिक ग्राम खजरी तहसील सारंगढ़ में शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम के आयोजक नेतराम साहू व्याख्याता (रसायन) ने बताया कि उनके दादा स्वर्गीय पं. राम प्रसाद साहू एवं माता स्व.श्रीमती कचरा देवी के पुण्य स्मृति में प्रतिवर्ष शिक्षा प्रोत्साहन एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम आयोजित की जाती है।
कार्यक्रम में हाई स्कूल/ हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट बोर्ड परीक्षा कक्षा 10 वीं 12वीं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र को क्रमश: 3000 व 5000 रु. नगद, प्रशस्ति पत्र, पेन डायरी, ट्राफी एवं मैडल से सम्मान कर उच्च, आधुनिक, तकनीकी एवं रोजगार मूलक शिक्षा हेतु प्रोत्साहित किया जाता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जे आर डहरिया जिला शिक्षा अधिकारी जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ विशिष्ट अतिथि परमश्रद्धेय पं. शांति स्वरूप तिवारी (धर्म रत्न, गीता रत्न,मानस रत्न,शिक्षाविद, संस्कृत आचार्य एवं कथाकार, डॉ एन पी यादव, भाषाविद, प्राचार्य डीएसजे क्वालिटी आफ कॉलेज, कैरियर मार्गदर्शक, परम आदरणीय राधेश्याम प्रधान दार्शनिक, चिंतक शिक्षाविद, सेवानिवृत प्राचार्य, दीपक साहू अध्यक्ष भाजपा मंडल केदार मुकेश साहू सभापति उद्योग एवं सहकारिता विभाग जनपद पंचायत सारंगढ़, श्रीमती सुंदर बाई रामनाथ रात्रे सरपंच ग्राम पंचायत खजरी ने विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के छायाचित्र पर पूजन- अर्चन- दीप प्रज्वलन कर शिक्षा प्रोत्साहन एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।नेतराम साहू एवं उनके परिवार ग्राम पंचायत खजरी, दुर्गा पूजन आयोजन समिति द्वारा अतिथियों का फूल माला, तिलक – रोली से आत्मिक स्वागत किया गया।
शिक्षा के लिए घर में भी शैक्षिक वातावरण आवश्यक – पं.शांति स्वरूप तिवारी
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि धर्म रत्न, गीता रत्न, मानस रत्न,शिक्षा विद एवं संस्कृत आचार्य पं. शांति स्वरूप तिवारी ने विभिन्न उदाहरण देते हुए कहा कि घर में शिक्षा के लिए शैक्षिक वातावरण का होना आवश्यक है।विद्वान के मेहनत को विद्वान ही समझता है। बड़ों का सम्मान करना संस्कार है। पं. तिवारी जी ने स्मृति के साथ-साथ विस्मृति (भूलने की क्षमता) को भी वरदान बताया। गांव के मेधावी छात्रों को सम्मानित करना, उच्च शिक्षा हेतु प्रोत्साहित कर मार्गदर्शन देने का कार्यक्रम शिक्षा यज्ञ के समान हैं और यह समाज के लिए अनुकरणीय है। कक्षा 12वीं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र गोपाल साहू को पं. राम प्रसाद साहू स्मृति शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार ? 5000 नगद, प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी, मेडल,पेन एवं डायरी से सम्मानित किया गया। कक्षा दसवीं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र प्रांजल साहू को स्व. श्रीमती कचरा देवी स्मृति शिक्षा प्रोत्साहन पुरस्कार ? 3000 नगद, प्रशस्ति पत्र, ट्रॉफी, मेडल, पेन, डायरी से सम्मानित किया गया। श्री शौकी लाल साहू जी अपने पिता स्व. श्री सीताराम साहू जी के स्मृति में कक्षा आठवीं की छात्र कु. लक्ष्मीन साहू को ?2100 नगद, प्रशस्ति पत्र, पेन, डायरी एवं मैडल से सम्मानित किया। स्व. श्री कार्तिक राम साहू जी के स्मृति में कक्षा पांचवी की छात्रा कु. पूर्णिमा साहू को रू. 1100 नगद, प्रशस्ति पत्र एवं पेन भेंटकर सम्मानित किया गया। एन आई टी राउरकेला में चयनित मेधावी छात्र भौमिक साहू को ट्रॉफी, पेन एवं मैडल से सम्मानित किया गया। कु. योगेश्वरी साहू को एमएससी भौतिकी में विश्वविद्यालय में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया। प्रयास विद्यालय में चयनित कुमारी पूजा रत्नाकर, गीतांजलि रात्रे इशाक रात्रे को सम्मानित किया गया। दत्तक पुत्री कु. प्रीति साहू, कु यशोदा यादव, कु नंदिनी साहू, कु जानकी साहू को शिक्षा उपस्कर कर (शालेय गणवेश, जूता मौजा,कॉपी – पेन, कंपास बॉक्स, स्कूल बैग) प्रदान किया गया। मुकेश साहू को बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया परीक्षा क्लियर कर अधिवक्ता बनने पर सम्मानित किया गया। गांव की मेधावी छात्रा कु. डिंपल साहू, कु.देवकी साहू, लक्की साहू, ललिता यादव, शीतल साहू को प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों का साल एवं श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। डोलामणि मालाकार जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ अपने कार्यकारिणी टीम के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए। शिक्षा प्रोत्साहन एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम को प्रेरणादायी बताते हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया।शैक्षिक कार्यक्रम में सैकड़ो लोगों की सहभागिता रही।
सफल होने के लिए जरुरी है मेहनत – जे.आर.डहरिया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जे आर डहरिया जिला शिक्षा अधिकारी जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ ने कहा कि जीवन में सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। गांव में इस प्रकार का शैक्षिक आयोजन करना एक प्रेरणा का कार्य है, पुण्य का कार्य है। शिक्षा के विकास के लिए हर संभव सहयोग प्रदान करने की बात कही। उन्होंने यूपीएससी सीजीपीएससी की तैयारी करने वाले को व्यक्तिगत रूप से मार्गदर्शन प्रदान करने कहा।
मैं भी यह कर सकता हूं – डॉ.एन.पी. यादव
अनुभवी एवं प्रसिद्ध भाषाविद, कैरियर मार्गदर्शक डॉ एन पी यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चे किसी भी क्षेत्र में कमजोर नहीं है। उन्होंने पूरे भारत देश उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम, कश्मीर से कन्याकुमारी सहित लंदन, मॉरीशस देशों का उदाहरण देते हुए कहा कि छात्रों में यह भावना और उत्साह जरूर आनी चाहिए की कोई भी कार्य कितना भी कठिन क्यों न हो उसे मैं भी कर सकता हूं। की भावना हो।
नॉलेज इज़ पावर -डॉ. आर. एस. प्रधान
सारंगढ़ क्षेत्र के शिक्षाविद, चिंतक, दार्शनिक, पूर्व प्राचार्य राधे श्याम प्रधान ने शिक्षा प्रोत्साहन एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में जन्म लेने वाला हर व्यक्ति दार्शनिक होता है। शिक्षा व्यक्ति में सुधार है जो जीवन पर्यंत चलने वाली प्रक्रिया है। ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती। नॉलेज इज पावर, एजुकेशन इज पावर। यदि विद्यालय में अपनत्व तो हो तो विद्यालय शांति निकेतन बन जाता है। शिक्षकों के लिए शिक्षा त्राटक है, शिक्षकों के विद्वता शिक्षा है। विद्या को जानो, विद्या को समझो, विद्या को अपनाओ। शिक्षा को प्रोत्साहित करने वाले स्वप्न द्रष्टा का स्वप्न आज परिणत हो रहा है। ज्ञात हो कि श्री राधेश्याम प्रधान जी स्व. श्री पवन दीवान जी के सहपाठी एवं एक ही कमरे में रहकर पढ़ाई करते थे। श्री प्रधान जी अंग्रेजी के साथ-साथ संस्कृत के विद्वान है। वे एनसीसी अधिकारी, अनुशासित प्राचार्य एवं बीईओ रहे हैं।उनका व्याख्यान महान दार्शनिक की तरह था।
खजरी में शिक्षा प्रोत्साहन एवं कैरियर मार्गदर्शन संपन्न, विद्वतजनों ने दिया प्रेरक उद्बोधन
प्रतिभाओं का किया गया सम्मान, नेतराम साहू ने शिक्षा प्रोत्साहन एवं कैरियर मार्गदर्शन कार्यक्रम का उद्देश्य बताया
