जशपुर। जिले के बगीचा थाना क्षेत्र से एक हृदयविदारक और सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां ग्राम बगडोल स्थित पुलिया के नीचे एक सड़ी-गली हालत में नाबालिग कोरवा आदिवासी बालिका का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतिका की पहचान थाना बगीचा क्षेत्र के ही एक ग्राम की रहने वाली नाबालिग कोरवा बालिका के रूप में हुई है, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पहले ही दर्ज कराई जा चुकी थी।
सूत्रों के अनुसार, 30 जुलाई को दोपहर करीब 2 बजे ग्रामीणों द्वारा पुलिया के नीचे संदिग्ध शव की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही बगीचा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एफएसएल की टीम की उपस्थिति में घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। घटनास्थल से एक मैरून रंग की स्कूटी के टूटे टुकड़े बरामद हुए हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि मृतिका 24 जुलाई की रात को संदेही विवेक जायसवाल के साथ उसकी मैरून स्कूटी में बैठकर निकली थी, जिसकी जानकारी मृतिका की सहेली ने गुमशुदगी की रिपोर्ट में दी थी। बताया जा रहा है कि उसी रात विवेक की स्कूटी बगडोल पुलिया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें उसे भी सिर में चोटें आई थीं। वहीं, मृतिका के सिर और छाती पर भी गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं।
बगीचा पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराध क्रमांक 158/25, धारा 137 (2) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। मृतिका का पोस्टमार्टम एफएसएल और मेडिकल टीम की मौजूदगी में कराया गया है। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला न केवल एक नाबालिग आदिवासी बालिका की संदिग्ध मौत से जुड़ा है, बल्कि एक संवेदनशील आदिवासी समुदाय की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस निष्पक्ष और प्रभावी जांच कर दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने में सफल हो पाती है या यह मामला भी सिस्टम की अनदेखी की भेंट चढ़ जाएगा।
नाबालिग कोरवा बालिका सड़ी-गली लाश की हुई शिनाख्त
अंतिम बार विवेक जायसवाल के साथ देख गया था किशोरी को



