रायगढ़। जिले की वरिष्ठ शिक्षिका जया षडंगी को सैतीसवीं सम्मान काव्य वाटिका ने नया गंज स्थित सुप्रसिद्ध वायलिन वादक जगदीश मेहर के निवास पर किया गया। वहीं इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए साहित्यकार आशा मेहर ने बताया कि वरिष्ठ साहित्यकारों की गरिमा मयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा द्विगुणित रही। सर्वप्रथम माँ वीणावादिनी के पूजन अर्चन पश्चात सरस्वती वंदना श्री अरविंद सोनी सार्थक जी ने सस्वर पाठ किया। तत्पश्चात अतिथि गण का स्वागत किया गया। वहीं रायगढ़ की वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती जया षड़ंगी की रचना का अनावरण करते हुए शाल, श्री फल, स्मृति चिन्ह्, और सम्मान पत्र देकर काव्य वाटिका के सदस्यों ने सम्मान किया। जया जी ने उडिय़ा भागवत का छत्तीसगढ़ी अनुवाद करके साहित्य जगत मे अपना उत्कृष्ट स्थान बनाया है। जिसके लिए उन्हें छत्तीसगढ़ राजभाषा की ओर से सम्मानित किया गया है। प्रतिष्ठित साहित्यिक परिवार से उनका ताल्लुक रहा है किशोरी मोहन त्रिपाठी पिता और साहित्यकार प्रभात त्रिपाठी, पत्रकार सुभाष त्रिपाठी उनके भाई हैं। जया जी ने अपनी प्रेरणाप्रद रचनाओं का पाठ करते हुए साहित्यिक गतिविधियों पर अपने उत्कृष्ट विचार रखे तथा काव्य वाटिका के उदेश्य की सराहना की। इस शुभ बेला मे खरसिया से पधारे छ. ग. राजभाषा आयोग रायगढ़ के समन्वयक पुर्षोत्तम गुप्ता, वरिष्ठ साहित्यकार मनमोहन सिंह ठाकुर रायगढ़ से जगदीश मेहर, अरविंद सोनी, प्रो. के के तिवारी, चित्रकार मनोज श्रीवास्तव, डा. आशा मेहर ‘किरण’, ईश्वर प्रसाद यादव, तरुण यादव, श्रीमती लिशा पटेल ‘दिव्य’, लक्ष्मी कांत पटेल, श्रीमती अरुणा साहू, राघवेंद्र सिंह, कामता प्रसाद पटेल, सुश्री गीता उपाध्याय, श्रीमती साधना मिश्रा श्रीमती पूर्णिमा पटेल, लोकेश गुप्ता की उपस्थिति वंदनीय रही। सभी ने अपनी उत्कृष्ट रचना पढ़ी। वहीं कार्यक्रम का सफल संचालन युवा ओजस्वी कवि गुलशन खम्हारी प्रदुम्न ने किया। आभार प्रदर्शन आशा मेहर ने किया। अंत मे छ. ग. के हास्य व्यंग्य के बादशाह पद्मश्री सुरेन्द्र दुबे को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
वरिष्ठ शिक्षिका जया षड़ंगी हुई काव्य वाटिका से सम्मानित

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lochan Gupta
