जशपुरनगर। जिला पुलिस ने बहुचर्चित गैंगरेप मामले के दो फरार दोषियों को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया है। ऑपरेशन ‘अंकुश’ के तहत की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने नेल्सन खाखा को झारखंड के कुरडेग थाना अंतर्गत ग्राम सांबा से और डिक्शन खाखा को रायगढ़ से कुनकुरी आते समय धर दबोचा।
दोनों आरोपी थाना दुलदुला क्षेत्र में एक नाबालिग लडक़ी के अपहरण व सामूहिक दुष्कर्म के गंभीर मामले में दोषी पाए गए थे और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। लेकिन 11 अप्रैल 2025 को कुनकुरी न्यायालय में पेशी के बाद पुलिस अभिरक्षा से भाग निकले थे। उस दिन शाम 5:45 बजे दोनों ने पुलिस को धक्का देकर अंधेरे का फायदा उठाते हुए बंदीगृह से फरार हो गए थे।
पुलिस ने इस गंभीर लापरवाही पर तत्काल एक्शन लेते हुए ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों को निलंबित किया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने झारखंड, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ में लगातार दबिश दी और टेक्निकल सर्विलांस के माध्यम से उनकी गतिविधियों पर नजर रखी।
आखिरकार मुखबिर सूचना और साइबर सेल की मदद से पता चला कि नेल्सन खाखा झारखंड के सिमडेगा जिले के कुरडेग थाना क्षेत्र के ग्राम सांबा में छिपा है। वहीं डिक्शन खाखा रायगढ़ से एक मालवाहक वाहन में कुनकुरी की ओर बढ़ रहा था। दोनों स्थानों पर अलग-अलग टीमों ने कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार कर पुन: न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
इस गिरफ्तारी के साथ-साथ पुलिस ने फरार आरोपियों को शरण देने और मदद करने वाले तीन लोगों—कुनकुरी निवासी माइकल खाखा, जशपुर निवासी रितेश कुजूर और दुलदुला निवासी सुदीप मिंज के खिलाफ भी वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, उप निरीक्षक नसीरुद्दीन अंसारी, प्रधान आरक्षक अनंत मिराज किस्पोट्टा, आरक्षक अनील सिंह, थाना प्रभारी राकेश यादव, उप निरीक्षक संतोष तिवारी, प्रधान आरक्षक दलेश्वर यादव, आरक्षक जितेंद्र गुप्ता, नंदलाल यादव और नगर सैनिक अजय श्रीवास्तव ने अहम भूमिका निभाई। जशपुर पुलिस का ऑपरेशन ‘अंकुश’ लगातार जारी रहेगा। पुलिस ने बेहद प्रोफेशनल तरीके से काम करते हुए दोनों खतरनाक अपराधियों को पकडक़र कानून के हवाले किया है।
सजा सुनते ही कोर्ट से भागे गैंगरेप के दो अपराधी
तीन माह बाद पुलिस को मिली सफलता
