सारंगढ़। नपा परिषद द्वारा 53 दुकानों के आबंटन हेतु जारी किए गए विज्ञापन में शासन के निर्धारित आरक्षण नीति की खुलकर अवहेलना की गई है। विकलांग, भूतपूर्व सैनिकों के लिए निर्धारित आरक्षण को पूरी तरह नजर अंदाज कर दिया गया है। इससे संबंधित आवेदकों ने कलेक्टर, एसडीएम व मुख्य नपा अधिकारी को आवेदन सौंपते हुए नियमानुसार कार्य वाही की मांग की है। प्रार्थी विजय कुमार यादव व साल बाई लहरे ने आवेदन देकर बताया है कि – वे विकलांग कोटे के पात्र हैं, किंतु नपा द्वारा जारी दुकान आबंटन प्रक्रिया में विकलांग कोटे को शामिल नहीं किया गया। विदित हो कि पूर्व सैनिक आशीष कुमार पांडेय ने भी आवेदन प्रस्तुत कर बताया कि – वह पूर्व सैनिक होने के नाते आरक्षण के हकदार हैं। पर नपा ने इस कोटे को भी दरकिनार कर दिया है। इन आवेदकों का कहना है कि – इस प्रक्रिया में न केवल आरक्षण नीति की अनदेखी की गई है, बल्कि संविधान प्रदत्त अधिकारों का भी उल्लंघन हुआ है। नपा में नियमों को ताक पर रखकर कार्य किया जा रहा है। मुख्य नपा अधिकारी राजेश पांडेय को आवेदन दिए जाने के बावजूद अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है, जिससे विकलांग और पूर्व सैनिक जैसे संवेदनशील वर्गों में रोष व्याप्त है। आवेदक अमर जांगड़े ने नपा द्वारा जारी पूरी दुकान आबंटन प्रक्रिया को गलत बताते हुए इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने न केवल विकलांग और पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षण की मांग की है, बल्कि शिक्षित बेरोजगारों एवं विधवाओं को भी प्राथमिकता दिए जाने का अनुरोध किया है। कलेक्टर से न्याय की उम्मीद हालांकि – 4 जुलाई को ही संबंधित अधिकारियों को आवेदन सौंपे जा चुके हैं, परंतु अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ऐसे में सभी आवेदकों को कलेक्टर सारंगढ़ से न्याय की उम्मीद है। कलेक्टर की निष्पक्ष कार्यशैली और जन हितकारी छवि के चलते आवेदकों को भरोसा है की उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा।