रायगढ़। ट्रेनों की स्टपेज की मांग को लेकर हिमगीर में रेल रोको आंदोलन सुबह से ही शुरू हो गया था, जिसके चलते कुछ ट्रेनों का परिचालन रद्द किया गया तो कुछ को आधे रास्ते से ही वापस कर दिया गया, जिससे पूरे दिन स्टेशन में यात्री परेशान नजर आए। उल्लेखनीय कोरोना काल के समय से कई ट्रेनों का स्टपेज कम कर पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस के रूप में चलया जा रहा है, जिसको लेकर लगातार विरोध-प्रदर्शन चल रहा है। ऐसे में तीन ट्रेनों के स्टापेज की मांग को लेकर मंगलवार की सुबह करीब 6.15 बजे से हिमगीर स्टेशन में स्थानीय लोगों द्वारा रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया गया था। जिसके चलते पूरे दिन ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। जिसके चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पूर्व में टाटा-इतवारी व टाटा-बिलासपुर पैसेंजर के रूप में चलती थी, जिससे छोटे स्टेशनों के यात्रियों को काफी राहत थी, लेकिन कोरोना काल के समय से रेलवे प्रशासन द्वारा इसे एक्सप्रेस के रूप में चलाया जा रहा है, जिससे यह ट्रेन सभी स्टेशनों में नहीं रूक रही है, जिसके चलते लोगों का काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इसे पैसेंजर के रूप में चलाने के लिए कई बार विभाग को पत्राचार किया गया, लेकिन उसके बाद भी कोई पहल नहीं हुई। जिसके चलते रेल रोको आंदेालन करना पड़ा है। ऐसे प्रदर्शनकारियों ने तीन ट्रेनों की मांग की है। जिसमें ट्रेन नंबर 18109/18110 टाटा-इतवारी-टाटा को पहले की तरह पैसेंजर के रूप में चलाने व हिमगिर सहित सभी स्टेशनों में स्टापेज दिया जाए, साथ ही ट्रेन नंबर 18477/18478 कलिंग उत्कल एक्स्रपेस का स्टापेज की मांग की है। ऐसे में रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, तब जाकर शाम करीब 3.15 बजे आंदोलन समाप्त हुआ, साथ ही प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर 20 दिन के अंदर इनकी मांगों पर विचार नहीं होता है तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद ही ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका।
अलग-अलग स्टेशनों में खड़ी रही ट्रेन
हिमगीर स्टेशन में हो रहे रेल रोको आंदोलन के चलते साउथ बिहार एक्सप्रेस अप व डाउन दोनों का परिचालन रद्द किया गया था, साथ ही जेडी पैसेजर को रायगढ़ से ही गोंदिया के लिए रवाना किया। वहीं बिलासपुर-टाटा व इतवारी पैसेजर रद्द रही, हीराकुंड एक्सप्रेस को सुबह से ही झाराडीह स्टेशन में खड़ा किया गया था और अहमदाबाद एक्सप्रेस व आजाद हिंद एक्सप्रेस सुबह झारसुगुड़ा स्टेशन में खड़ी रही, जिससे आंदोलन समाप्त होने के बाद शाम करीब तीन बजे के बाद ट्रेनेां को रवाना किया गया। हिमगीर स्टेशन में चल रहे रेल रोको आंदेालन के चलते हिमगीर स्टेशन में मालगाडिय़ों के लोडिंग-अनलोडिंग का कार्य भी रोक दिया गया था। जिसके चलते मालगाडिय़ां भी जहां-तहां पूरे दिन खड़ी रही। इसके साथ ही रायगढ़ स्टेशन में सुबह से ही यात्रियों की भीड़ लगी रही, लेकिन ट्रेन नहीं होने के कारण दूर-दराज के यात्री को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही इस दौरान पूरे दिन पूछताछ काउंटर पर लोगों की भीड़ लगी रही। इस दौरान बुजुर्ग व बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
ट्रेनों की स्टापेज को लेकर हिमगीर में हुआ रेल रोको आंदोलन
कुछ ट्रेनों को किया रद्द तो कई ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों में खड़ी रही
