रायगढ़। शहर में शासकीय कर्मचारियों को खुद का एक मकान हो इस महत्वाकांक्षी योजना को पूरा करने के लिए तत्कालिक कलेक्टर हर्षमंदर ने जिले के कर्मचारियों को सस्ते दर में भूखंड उपलब्ध कराया था।
मिनी स्टेडियम से लगा हुआ इस केलो विहार कालोनी में पंजीकृत सदस्यों को लाटरी के माध्यम से भूखंड आबंटित किए गए। सदस्यों की संख्या अधिक होने के कारण एक समिति का गठन किया गया। समिति कालोनी का विकास एवं सुविधाओं के लिए प्रयास करती रही ,सदस्यों की आवश्यकता को दृष्टिगत रख कर एक कृषक से भूखंड क्रय कर केलो विहार का उपनगर प्राची विहार बसाया गया जहां शेष सदस्यों को भूखंड आबंटित किए गए। सन 2000 में बसाया यह प्राची विहार कालोनी आज भी अपनी मूलभूत आवश्यकता सडक़, नाली के लिए तरस रहा है।
रहने को तो यह कालोनी शहर से लगा हुआ है लेकिन यह ना तो निगम में है और ना ही रायगढ़ विधान सभा में, कहते हैं यह कालोनी ग्राम पंचायत बड़े अंतरमुड़ा , विधान सभा लैलूंगा में है। लेकिन इस कालोनी का कोई सुध लेने वाला कोई नहीं।100से अधिक परिवार सुविधाओं का बाट जोह रहा है। बरसात में कालोनी से निकलना जंग जितना है।अब लोगों को रायगढ़ विधायक एवं प्रदेश के वित्त मंत्री ओ पी चौधरी से आशा है कि उनकी कोई सुनने वाला है। लोग आश लगाए बाट जोह रहे है। लेकिन वर्तमान में आंशिक मरम्मत की आवश्यकता है यह कार्य हो जाए तो बच्चों को स्कूल जाने एवं रहवासियों को आवागमन की सुविधा मिल सके। अपने जनप्रतिधि व प्रशानिक अधिकारियों से अब सुविधा की प्रतिक्षा में है प्राची विहार कालोनी के रहवासी।
मुलभूत सुविधाओं को तरसते प्राची विहार के रहवासी
निगम से उपेक्षित कालोनीवासियों को अब ओपी से जगी आस
