जशपुर/कांसाबेल। स्वर्गीय डॉ एन एल थवाईत अर्धांगिनी स्वर्गीय श्रीमती पियूष लता थवाईत एवं सुपुत्र स्वर्गीय श्री संतोष थवाईत की याद में कांसाबेल निज निवासी गंझुटोली पियूष सदन में आज से कराया जा रहा श्रीमद् भागवत गीता पावन प्रसंग की कथा कथा वाचक परम पूज्य पंडित अनिल तिवारी जी के माध्यम से हो रहा है शुक्रवार को प्रात: शिव मंदिर कांसाबेल से निकाली गई कलश यात्रा कलश यात्रा में परिवार सहित ग्रामीणों की उपस्थिति रही कलश यात्रा के पश्चात वेदी पूजन कर पावन पुराण महात्म्य कथा श्रवण किया गया। श्रीमद् भागवत गीता पावन प्रसंग कथा का प्रथम दिवस था लगातार 2 तारीख शुक्रवार से लेकर 10 तारीख तक चलेगी आप सभी धर्म प्रेमी सादर सपरिवार कथा श्रवण कर पुण्य का भागीदार बने।
आपको बता दें कि सेवानिवृत वरिष्ठ व्याख्याता स्वर्गीय श्री डॉ एनएल थवाईत का निधन 93 वर्ष की आयु में आश्विन कृष्ण त्रयोदशी 30 सितंबर 2024 (श्राद्धपक्ष) में हुआ। अविभाजित मध्यप्रदेश में जशपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डॉ थवाईत ने समाजसेवा व शिक्षा की दिशा में कई नए आयाम विकसित किए हैं। जिसके लिए उन्हें भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद जी से ताम्रपत्र पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।श्री थवाईत वर्तमान में बिलासपुर के मोपका में निवासरत थे जिनके निधन से समाज को एक अपूर्णीय क्षति हुई है। अर्धांगिनी स्वर्गीय श्रीमती पियूष लता थवाईत कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा 6 नवंबर 1991(अमावस्या)। ज्ञात हो कि कांसाबेल निवासी स्वर्गीय श्री संतोष थवाईत जी का निधन 9 दिसंबर 2024 को हुआ जशपुर जिला में अपने कलम की धार पर विशेष पहचान बनाए हुए थे,कलम के धनी श्री थवाईत बीते 25 वर्षों से उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे थे पत्रकारिता में अपना जीवन समर्पण कर दिया था। वे निर्भीक निडर पत्रकार थे। आज पत्रकारित जगत में ऐसा बहुत ही कम देखने को मिलता है।
थवाईत परिवार द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन
शिव मंदिर कांसाबेल से निकाली गई कलश यात्रा
