रायगढ़। जिले के टेंडा नवापारा के धान खरीद केंद्र में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। उपार्जन केन्द्र के समिति प्रबंधक, कम्प्यूटर ऑपरेटर और भृत्य ने मिलकर यहां 2 करोड़ से ज्यादा के फर्जीवाड़े को को अंजाम दिया। ऑनलाइन रिकॉर्ड में 2 करोड़ से ज्यादा की धान खरीदी दर्ज की गई, लेकिन जब सत्यापन हुआ, तो मौके पर कुछ नहीं मिला। इस मामले में एफआईआर दर्ज कराया गया है। मामला घरघोड़ा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक विमल कुमार सिंह (57) अपेक्स बैंक तमनार के शाखा प्रबंधक ने घरघोड़ा थाना में रिपोर्ट दर्ज करते हुए बताया कि टेंडा नवापारा उपार्जन केन्द्र में 2024-25 में धान खरीदी का काम किया गया।
इसके बाद पूर्व में धान खरीदी का जायजा लेने के लिए संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और संयुक्त टीम फूड इंस्पेक्टर और सहकारिता विस्तार अधिकारी द्वारा उपार्जन केन्द्र टेंडा नवापारा का भौतिक सत्यापन किया गया।
जांच के दौरान पता चला कि उपार्जन केन्द्र टेंडा नवापारा में 7159.60 क्विंटल धान ऑनलाइन दर्ज है, लेकिन मौके पर कुछ नहीं है। जबकि इस धान की कीमत समर्थन मूल्य के हिसाब से 2 करोड़ 21 लाख 94 हजार 760 रुपए है।
5 लाख के बारदाने में भी गड़बड़ी
इसके अलावा भौतिक सत्यापन में यह भी पता चला कि यहां 4108 नया बारदाना, 426 मिलर्स बारदाना और 1854 पीडीएस बारदाना में भी गड़बड़ी की गई है।
जिसकी कीमत 5 लाख 70 हजार 500 रुपए है। इस तरह सहायक समिति प्रबंधक, फड़ और बारदाना प्रभारी मनोज कुमार गुप्ता, कम्प्यूटर ऑपरेटर मुकेश यादव और भृत्य दिलीप राठिया ने 2 करोड़ 27 लाख 65 हजार 260 रुपए की धोखाधड़ी की है।
आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
इसके बाद संयुक्त जांच टीम ने प्रकरण बनाकर विभाग में पेश किया। जिसके बाद मामले की जानकारी अपेक्स बैंक शाखा तमनार को दी गई। जहां तमनार शाखा प्रबंधक की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 3(5)-बीएनएस, 316(5)-बीएनएस, 318(4)-बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
धान खरीदी केंद्र में 2 करोड़ का फर्जीवाड़ा उजागर
ऑनलाइन दर्ज की धान-बारदाना खरीदी, सत्यापन में कुछ नहीं मिला, 3 आरोपियों पर एफआईआर
