रायपुर। खाद्य विभाग नकली पनीर को लेकर लगातार कार्रवाई कर रहा है। फूड डिपार्टमेंट ने रेलवे स्टेशन और भाठागांव बस स्टैंड में दूसरे राज्यों से आने वाली नकली पनीर के खेप को पकड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि रायपुर रेलवे स्टेशन में मध्यप्रदेश से 49 बॉक्स और बस के जरिए पूणे की एक डेयरी से 53 बॉक्स पनीर आए है। फूड डिपार्टमेंट ने 102 बॉक्स पनीर के बॉक्स पकड़े। एक बॉक्स में 50 किलों पनीर भेजा गया था। जिसका कुल वजन 5100 किलो है। कार्रवाई करने पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि पनीर की बड़ी खेप किसने मंगवाई है इसकी जांच की जा रही है। लंबा इंतजार करने के बाद कोई पनीर लेने नहीं पहुंचा है। जिसके बाद रेलवे स्टेशन आए पनीर को जब्त किया गया है। फूड डिपार्टमेंट के अधिकारियों बताया पनीर के सैंपल कलेक्ट कर लिए गए है। और सैंपल जांच करने के लिए लैब भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल रेलवे स्टेशन में जो 49 बॉक्स भेजे गए थे उसे लेने कोई नहीं पहुंचा। जिसके बाद टीम ने उसे जब्त कर लिया है। वहीं बस के जरिए यह समान कौन सी डेयरी में आया है। यह पता लगाया जा रहा है। फूड डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि जो डब्बे में पनीर भेजा गया है। वह ओरीजन पनीर नहीं है। अफसरों ने बताया कि डालडा, स्कीम मिल्क पाउडर पाम आईल को मिलाकर पनीर तैयार किया गया था। जबकि पनीर सही तरीके से दूध से बनाया जाता है। जांच के दौरान जो दस्तावेज मिलें है उसमें एक किलों पनीर की कीमत 171 रुपए लिखी है। मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर में रोजाना अलग-अलग राज्यों से 1000 किलों नकली पनीर की सप्लाई हो रही है। रायपुर के कुछ डेयरी संचालक इसे आर्डर पर मंगवाते है और इसे छोटे डेयरी संचालकों को बेचते है। इसके साथ ही रेस्टोरेंट, होटल, कैफे शादी-पार्टियों का काम करने वाले कैटरर्स को पनीर बड़ी मात्रा में बेचा जा रहा है। नकली पनीर को बनाने के लिए खराब दूध, आटा, डिटर्जेंट पाउडर, पाम ऑयल, ग्लिसरॉल मोनोस्टियरेट पाउडर जैसी चीजों को मिलाया जाता है। इसके अलावा असली पनीर के जैसा शेप (आकार) देने के लिए नकली पनीर में सल्फ्यूरिक एसिड का इस्तेमाल किया जाता है। ये सभी चीजें शरीर के लिए नुकसानदायक होती हैं।