रायगढ़। विश्व साक्षरता दिवस पर जारी संदेश मे प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा समाज में बहुत सी विसंगतियां निरक्षरता की वजह से है। साक्षरता को हर व्यक्ति का सुरक्षा कवच बताते हुए भाजपा नेता ने कहा जीवन में सबसे अधिक साक्षरता की है। इस दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा इसका मकसद आम जनता के साक्षर होने और सामाजिक और मानव विकास के अपने अधिकारों को जानने की आवश्यकता के बारे में जागरूक करना है।अक्षरों के ज्ञान, पढऩे और लिखने के ज्ञान के जरिए सशक्त और उन्नत समाज का निर्माण संभव है। साक्षरता का सामर्थ्य ताकत घर, परिवार और समाज के साथ उस देश के विकास की नींव को मजबूत करता है। लोगों को साक्षरता के महत्व और इसके लाभ के बारे में जागरूक करने के लिए हर विश्व साक्षरता दिवस का आयोजन करता है। भारत में भी साक्षरता बढ़ाने की दिशा में बहुत से अभियान चलाए जा रहे हैं। भारत
परिवर्तनशील दुनया में साक्षरता को बढ़ावा देकर स्थायी और शांतिपूर्ण समाज की नींव का निर्माण करना चाहता है।साक्षरता न केवल लोगों को बेहतर जीवन जीने में मदद करती है बल्कि गऱीबी मिटाने, जनसंख्या नियंत्रित करने, बाल मृत्यु दर को कम करने आदि में भी मदद करती है। ओपी चौधरी ने आम जनता से अपील करते हुए कहा साक्षर होने और सामाजिक और मानव विकास के अपने अधिकारों को जानने की जरूरत के बारे में जागरूक रहना है।बेहतर शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करते हुए ओपी ने कहा मानव विकास और समाज के लिए अपने अधिकारों को जानने और जन जागृति को बढ़ावा देने के लिए साक्षरता नितांत आवश्यक है। आजादी के बाद देश की साक्षरता मात्र 18 त्न थी। 2011 तक बढक़र साक्षरता दर 74.4त्न हो गई। ओपी ने बताया कि देश में सबसे अधिक साक्षरता वाला राज्य केरल है जहां 94 त्न जनसंख्या साक्षर है।सबसे कम साक्षरता वाला राज्य बिहार है, जहां 61त्न लोग साक्षर हैं। ओपी ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि दुनिया भर में लगातार प्रगति के बावजूद, साक्षरता चुनौतियां बनी हुई हैं।लोगों, समुदायों, और समाज के लिए साक्षरता के मूल्य को जोर देना है क्योंकि साक्षरता शिक्षित और कुशल समाज का निर्माण करती है।